मेरठ- प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उ0प्र0 शासन आलोक कुमार ने आज एलएलआरएम मेडिकल कालेज व आनन्द अस्पताल का निरीक्षण किया। मेडिकल कालेज में चिकित्सा अधीक्षक के कक्ष में समीक्षा बैठक करते हुये उन्होने मेरठ में बढ़ते कोरोना मरीजो और बढ़ती मृत्युदर पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुये परस्पर समन्वय व जनसहयोग से इसको नियंत्रित करने के लिए कहा। उन्होने कहा कि लापरवाही किसी भी स्तर पर हो उस पर कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होने कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग व सर्विलांस को और प्रभावी ढ़ग से करने के लिए कहा।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार ने एलएलआरएम मेडिकल कालेज में सीसीटीवी से की जा रही माॅनीटरिंग व वरिष्ठ चिकित्सको के साथ मरीजो से किये जा रहे इनहाउस वर्चुअल संवाद को देखा तथा इसकी प्रशंसा की। उन्होने कहा कि मेडिकल कालेज अपनी साख बढ़ाये तथा प्रबंधन को दुरूस्त करते हुये और प्रभावी ढ़ग से कार्य करें।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार ने प्रधानाचार्य मेडिकल कालेज से दवाईयों व ऑक्सीजन आदि की उपलब्धता के बारे में पूछा जिस पर प्रधानाचार्य ने कहा कि यह पर्याप्त मात्रा में है। प्रमुख सचिव ने कहा कि मेडिकल कालेज को जिस चीज की आवष्यकता होगी उसको प्राथमिकता पर उपलब्ध कराया जायेगा व अगर उनकी कोई समस्या होगी तो उसको प्राथमिकता पर दूर कराया जायेगा।
प्रमुख सचिव ने वहां गत दिनों हुयी मृत्यु की डेथ समरी देखी व कहा कि इसका रैट्रोइस्पेक्टीव (पष्चादर्षी) मूल्यांकन करें। उन्होने जनपद में 27 नवम्बर तक चलाये जा रहे घर-घर सर्वे अभियान को एक अच्छा कदम बताते हुये कहा कि इसको प्रभावी ढ़ग से किया जाये व जमीनी स्तर पर स्वास्थय विभाग के कर्मी किस प्रकार कार्य कर रहे है इसका भी सतत निरीक्षण व मूल्यांकन किया जाये।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार ने कहा कि आईएलआई व साॅरी के मरीजो की कोरोना जांच करायी जाये तथा प्राईवेट अस्पतालों से कोरोना के संदिग्ध मरीजो की सूचना प्रतिदिन ली जाये साथ ही जिन प्राईवेट अस्पतालों को एंटीजन किट कोरोना जांच के लिए उपलब्ध करायी गयी है उन अस्पतालों/क्लीनिक से भी प्रतिदिन उनके द्वारा कितनी कोरोना जांच की गयी इसकी सूचना भी ली जाये।
आनन्द अस्पताल के निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव ने कहा कि प्राईवेट अस्पताल मरीज को समय से मेडिकल कालेज के लिए रेफर करें तथा प्रोटोकाल का पालन करते हुये निर्धारित धनराषि के अनुसार ही चार्ज करें। केजीएमयू लखनऊ के डा0 सूर्यकान्त ने मरीज को किस स्थिति होने पर मेडिकल कालेज के लिए रेफर करना है, के बारे में विस्तार से बताते हुये कहा कि इसकी एक सूची बनायी जाये तथा अंदर वार्डों में चस्पा की जाये ताकि नर्स तक ज्ञात हो कि किस स्थिति में मरीज को मेडिकल कालेज रेफर करना है।
जिलाधिकारी के0 बालाजी ने बताया कि एलएलआरएम मेडिकल कालेज में 250 बैड कोरोना महामारी की बीमारी के लिए संरक्षित है। उन्होने बताया कि वर्तमान में 106 कोरोना पाजिटीव मरीज मेडिकल कालेज में अपना ईलाज करा रहे है। उन्होने कहा कि मेडिकल कालेज एक एल-3 स्तर का अस्पताल है। उन्होने बताया कि डेडीकेटेड कोविड अस्पताल आनंद अस्पताल 100 बैड की क्षमता वाला है, जिसमें वर्तमान में 97 कोरोना पाजिटीव मरीज अपना ईलाज करा रहे है। यह एक एल-2 स्तर का अस्पताल है।
इस अवसर पर सीडीओ ईशा दुहन, केजीएमयू के डा0 सूर्यकान्त, एसजीपीजीआई के डा0 संदीप, अपर निदेषक स्वास्थ्य डा0 रेनू गुप्ता, नगर मजिस्ट्रेट एस0के0 सिंह, सीएमओ डा0 राजकुमार, प्रधानाचार्य एलएलआरएम मेडिकल कालेज डा0 ज्ञानेन्द्र कुमार, मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा0 अषोक तालियान, डा0 पी0पी0 सिंह, डा0 धीरज बालियान, आनंद अस्पताल के डा0 सुभाष यादव सहित अन्य चिकित्सक व अधिकारीगण उपस्थित रहे।