मेरठ-शोभित विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस विभाग में छात्रों को प्रौद्योगिकी की प्रगति में आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) की भूमिका को समझाने के लिए ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया । जिसके मुख्य वक्ता आईओटी लैब के कोऑर्डिनेटर एवं असिस्टेंट प्रोफेसर राजेश पांडे जी रहे ।
इस वेबीनार में विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों ने सहभागिता की । मुख्य वक्ता राजेश पांडे ने वेबीनार की शुरुआत में छात्रों को वेबीनार के उद्देश्य एवं छात्रों के लिए प्रौद्योगिकी में आईओटी के महत्व को विस्तार पूर्वक बताया । उन्होंने बताया कि चीजों का इंटरनेट भौतिक उपकरणों, ऑटोमोबाइल, घरेलू उपकरणों और उन सभी वस्तुओं के एक नेटवर्क को संदर्भित करता है । जो कनेक्शन, संग्रह और डेटा विनिमय को बढ़ाने के लिए एक्ट्यूएटर्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेंसर, सॉफ्टवेयर और कनेक्टिविटी के संयोजन में उपयोग किया जाता है। आईओटी एक मंच प्रदान करता है जो लोगों को इन उपकरणों को जोड़ने और बड़ी डेटा प्रौद्योगिकी के साथ उन्हें नियंत्रित करने के लिए अवसर प्रदान करता है, जो बदले में प्रदर्शन, आर्थिक लाभ में दक्षता को बढ़ावा देगा और मानव भागीदारी की आवश्यकता को कम करेगा। यह 21 वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण विकास है। इसके अलावा मुख्य वक्ता ने शोभित विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस विभाग में स्थापित आईओटी प्रयोगशाला को दिखाते हुए उसकी विशेषताओं पर प्रकाश डाला । इसी के साथ साथ आईओटी प्रयोगशाला में विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा बनाए गए आईओटी बेस्ड प्रोजेक्ट को छात्रों के सामने प्रस्तुत किया ।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ए पी गर्ग ने विश्वविद्यालय में स्थापित आईओटी प्रयोगशाला की प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर विश्वविद्यालय के छात्र नवीन तकनीकी एवं प्रौद्योगिकी पर काम करना सीखेंगे तो आने वाले समय में हमारा देश एवं छात्र आत्मनिर्भर बनेंगे । जिसके लिए शोभित विश्वविद्यालय पिछले काफी समय से इस क्षेत्र में कार्य कर है । शोभित विश्वविद्यालय आईओटी प्रयोगशाला के अलावा डाटा साइंस एंड मशीन लर्निंग/ नेटवर्क एंड इनफॉरमेशन सिक्योरिटी/ एडवांस्ड कंप्यूटिंग/ क्लाउड कंप्यूटिंग आदि विषयों पर छात्रों को रोजगार परक बनाने के लिए आधुनिक एवं नवीन शिक्षा प्रदान कर रहा है ।