एक नवंबर से शुरू होगा ये विशेष अभियान
मेरठ- टीबी के मरीजों की खोज में अब तेजी लाई जाएगी। एक नवंबर से इसके लिए विशेष अभियान शुरू होगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाएगी और लोगों की स्क्रीनिंग करेगी। जिन लोगों में बीमारी के लक्षण नजर आएंगे उनके बलगम की जांच होगी और टीकाकरण अभियान के बारे में भी बताया जाएगा। यह जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी डा0 एमएस फौजदार ने दी। उन्होंने बताया कि बुधवार को प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने वेबिनार के जरिए इस संबंध में दिशानिर्देश दिए।
कोविड और टीबी के मिलते जुलते लक्षण
डा0 फौजदार ने यह भी कहा कि टीबी और कोविड-19 के लक्षण मिलते-जुलते हैं, इसलिए सावधानी की जरूरत है। किसी भी व्यक्ति में यदि इस तरह के लक्षण दिखें तो कोविड व टीबी की जांच कराई जाए। बचाव के लिए मास्क भी अनिवार्य रूप से पहनें। दोनों बीमारियां खांसने व छींकने से फैलती हैं। यदि मास्क पहनने के नियम का पालन करेंगे तो दूसरों को भी संक्रमण से बचाया जा सकेगा।
उन्होंने ने बताया कि टीबी के मरीजों की खोज के दौरान महिलाओं को बीमारी के लक्षण आदि की जानकारी विशेष रूप से दी जाएगी। ऐसा इसलिए कि वे परिवार का खास ध्यान रखती हैं। यदि किसी में भी बीमारी के लक्षण दिखते हैं तो वह तुरंत जांच कराने में मददगार होंगी। किसी भी टीबी के मरीज के फेफड़े सब से पहले प्रभावित होते हैं। दो सप्ताह से अधिक समय तक यदि खांसी बुखार हो और भूख न लगे, वजन घटे, सीने में दर्द हो तो टीबी का लक्षण समझना चाहिए।