मेरठ- जिलाधिकारी के0 बालाजी ने आज नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजेन्द्र नगर का निरीक्षण कर वहां दी जा रही सेवाओं की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने कहा कि होम आईसोलेशन में रखे गये व्यक्तियों के बराबर संपर्क में रहा जाये अगर उनमें लक्षण परिलक्षित होते है तो उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाये। उन्होने कोरोना महामारी की जांच के लिए किये जाने वाले एंटीजन व आरटीपीसीआर टेस्ट की स्थिति की जानकारी ली साथ ही कांटेक्ट टेस्टिंग, एक्टिव केस सर्च, कंटेनमेंट जोन, सर्विलांस आदि की जानकारी लेते हुये कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सभी चिकित्सक व स्टाफ पूरी गंभीरता से व माइक्रो प्लाॅन बनाकर कार्य करें।
जिलाधिकारी के0 बालाजी ने नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजेन्द्र नगर के निरीक्षण के दौरान चिकित्सको से पूछा कि अगर उन्हें प्रशासनिक स्तर से किसी भी प्रकार की मदद की आवष्यकता है तो बताये इस पर स्वास्थ्य केन्द्र की एमओआईसी ने लैब टेक्नीषियन उपलब्ध कराने की मांग की। जिस पर उन्होने लैब टेक्नीषियन जल्द उपलब्ध कराने के लिए कहा। उन्होने वहां स्टाफ की उपलब्धता की भी जानकारी ली।
जिलाधिकारी के0 बालाजी ने कहा कि सर्विलांस व कांटेक्ट टेस्टिंग को ठीक प्रकार से किया जाये तथा कोरोना मरीज मिलने पर एक्टिव केस सर्च को पूरी गंभीरता से किया जाये ताकि कोई मरीज न छूटे। उन्होने वहां कोरोना महामारी की जांच के लिए किये जाने वाले एंटीजन व आरटीपीसीआर टेस्ट के बारे में जानकारी ली तथा निर्देषित किया कि वर्तमान में नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजेन्द्र नगर के क्षेत्रान्तर्गत 33 एक्टिव मरीज होम आईसोलेषन में है, इन सभी से बराबर संपर्क में रहा जाये। उन्होने कहा कि होम आईसोलेषन में उन्हीं व्यक्तियों को रखा जाये जो असिमपटोमेटिक हो व उनमें को-मोरबिडिटीज न हो
इस मोके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 राजकुमार, एसीएमओ पूजा शर्मा, एमओआईसी डा0 रिचा गुप्ता सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।