मेरठ कंकरखेड़ा किसान विधेयक बिल का किसानों ने विरोध नहीं किया। बल्कि जिनका राजनीतिक क्षेत्र खिसक गया है। उससे बौखलाए विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने विरोध करके अपने आक्रोश का इजहार करने का प्रयत्न किया। जबकि किसान पूरी तरह से इस षड्यंत्र को समझ गया है। अब किसानों को न्यूनतम मूल्य से अधिक में फसल बिक्री होने का रास्ता भी खुल गया है। यह बात भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने डिफेंस एंक्लेव में किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय त्यागी के आवास पर प्रेस वार्ता के दौरान कही।
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर दिल्ली से मेरठ आ रहे थे। रास्ते में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय त्यागी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया। इसके बाद घर पर उनको किसानों का यंत्र हाल व उन्हें पगड़ी पहनाकर और पुष्प वर्षा कर के जोरदार स्वागत किया। उन्होंने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान विधेयक बिल लाकर किसानों के हित में कार्य किया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल अपना क्षेत्र खिसक जाने से बौखला गए हैं। इसलिए वह किसानों की आड़ लेकर विरोध कर रहे थे। जबकि किसान इस विधेयक से नाराज नहीं है। उन्होंने इसे किसानों की आय बढ़ने वाला ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा यदि इस समय चौधरी चरणसिंह, सर छोटूराम, लालबहादुर शास्त्री आदि भारत के महान नेता होते तो इस विधेयक को देखकर वह स्वयं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्साह बढाते। लेकिन कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने इंडिया गेट पर ट्रैक्टर जलाकर किसानों का अपमान किया है। उन्होंने कहा ट्रैक्टर हल और अन्य कृषि यंत्र किसान की आत्मा होते हैं। किसान उनकी पूजा करते हैं। लेकिन कांग्रेसियों ने किसान के यंत्र की कोई कीमत नहीं समझी।
हाथरस की घटना पर उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के साथ भाजपा की पूरी सहानुभूति है। लेकिन कुछ लोग वहां पर राजनीति करने जा रहे थे। उन्होंने रात्रि में बिटिया के शव को जलाने की भी निंदा की। उन्होंने कहा जो इस घटना में पुलिसकर्मी दोषी थे। उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। एसआईटी का गठन किया गया है और सीबीआई जांच के लिए भी कार्य किया जा रहा है। इस दौरान किसान मोर्चा के महानगर अध्यक्ष हर्षपाल सिंह, महामंत्री गुल्लू ठाकुर, राजकुमार सेहरावत, गौरव शर्मा, पंडित बीडी कात्यायन, बलराज डूंगर, मोनू रावत, मदन गोपाल और रवि आदि मौजूद रहे।