बागपत बिनौली: रंछाड गांव में चल रहे राष्ट्र कल्याण सामवेद पारायण यज्ञ के दूसरे दिन शनिवार को वेदोपदेश देते हुए वेद मर्मज्ञ डॉ.भोपाल सिंह आर्य ने कहा कि परमात्मा सर्वव्यापक, सृष्टि का निमित्त कारण व सर्वत्र है।
विदुषी आर्या आयुषी राणा भारती ने कहा कि हमे परोपकार की भावना व संगतिकरण यज्ञ सिखाता है। देव दयानंद ने हमे वेद मार्ग पर चलकर तप करना सिखाया। सत्य सनातन वैदिक धर्म एक है। जिससे हमें मनुष्य बनने की सीख मिलती है। जो धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है। माता पिता की सेवा करना सबसे पुनीत कार्य है। स्वामी सत्यवेश ने समाज में व्याप्त बुराइयों, कुरीतियों व पाखंड पर कविता के माध्यम से चोट करते हुए नित्य नियम से यज्ञ हवन करने का संदेश दिया। वैदिक विद्वान डॉ.भोपाल सिंह ने कहा कि वेदानुकूल आचरण से ही मनुष्य की उन्नति संभव है। कारण के बिना कार्य संभव नही होता। परमपिता परमात्मा सर्वव्यापक सृष्टि का निमित्त कारण, आदि कवि, मनीषी, सर्वत्र है। यज्ञ में विदुषी सविता आर्या, योगेंद्र आर्य, गांधी धाम समिति के प्रधान यशोधर्मा सोलंकी, आभा आर्या, विरेंद्र तब्बू, सतबीर हरिया, विरेंद्र तब्बू, सुरेंद्र सिंह, यज्ञमान परविंदर, यशपाल सिंह, गजे सिंह, रामबीर, रामनिवास, राजकरण, महक सिंह, एसआई ओमवीर सिंह आदि ने भाग लिया।
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