अस्पताल संक्रमण नियंत्रण कमेटी’ द्वारा सख़्ती से रखी जा रही है पैनी नज़र
मेरठ। कोराना वायरस के प्रकोप के कारण जहॉ शहर के निजी अस्पताल संक्रमण के डर से गैर कोविड रोगियों का इलाज करने से कतरा रहे है, वहीं सेवाभाव एवं आधुनिक सुविधाओं के साथ इलाज करने के लिये विख्यात छत्रपति शिवाजी सुभारती अस्पताल ने मार्च माह से लागू लॉक डाउन के पहले ही दिन से गैर कोविड रोगियों का निरन्तर इलाज करके उन्हें जीवनदान दिया है।
सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा. कृष्णा मूर्ति ने बताया कि जब से देश में लॉक डाउन की व्यवस्था लागू हुई है तभी से सुभारती अस्पताल गैर कोविड रोगियों का सुरक्षित वातावरण में इलाज कर रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार के आदेशानुसार सुभारती अस्पताल में कोविड के रोगियों के इलाज हेतु कोविड वार्ड अलग से तैयार किया गया है, जिसमें कोविड से पीड़ित रोगियों का इलाज चल रहा है तो दूसरी जानिब सामान्य रोगियों के लिये चिकित्सीय सुविधाओं को सर्वसुलभ बनाते हुए सुभारती अस्पताल ने हाईजीन वार्ड तैयार करके सामान्य रोगियों का निरन्तर इलाज किया है। उन्होंने बताया कि ह्नदय रोग, स्त्री रोग, शिशु रोग, हड्डी रोग एवं न्यूरो आदि से संबंधित बीमारी व सभी प्रकार की आपात सेवाएं अस्पताल में 24 घंटे कार्यात्मक है। उन्होंने बताया कि सुभारती अस्पताल वर्तमान में दो खंड में विभाजित है जिसमें पहला खंड कोविड वार्ड के रूप में संचालित हो रहा है जहॉ कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा है तो दूसरे खंड में सामान्य रोगियों का इलाज हो रहा है।
उन्होंने विशेष बताया कि संक्रमण को रोकने हेतु अस्पताल संक्रमण नियंत्रण कमेटी सख़्ती से सक्रिय है जिसके द्वारा अस्पताल के हर कोने पर बहुत पैनी नजर रखी जा रही है और संक्रमण को रोकने के लिये हाइपोक्लोराइट स्प्रे फ्यूमिगेशन मशीन और पेशेवर राइड-ऑन स्क्रबर मशीन आदि के साथ प्रतिदिन 4-5 बार सेनेटाइज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड वार्ड समान्य रोगियों के वार्ड से 165 फीट दूर है, जिसे पूरी तरह शीट से कवर किया गया है ताकि संक्रमण का प्रसार व नकारात्मक वायुदाब को फैलने से रोका जा सकें ताकि अस्पताल में आने वाले प्रत्येक मरीज की संक्रमण से सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकें।