माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य वीरेंद्र सिंह तथा जिलाध्यक्ष बल्लभ सिंह शर्मा व मीडिया प्रभारी अजय राज शर्मा ने बताया कि 31 जुलाई को जिला विद्यालय निरीक्षक ओम दत्त सिंह के सेवानिवृत्त होने के उपरांत इस जनपद में अवस्था का माहौल है ।शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) लखनऊ ने राजकीय हाई स्कूल की प्रधानाचार्य डॉ रेखा सिंह को अग्रिम व्यवस्था तक जिला विद्यालय निरीक्षक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा था। जिस पर उक्त प्रधानाचार्य ने विद्यालय के किसी भी वेतन बिल पर हस्ताक्षर नहीं किए तथा शिक्षकों के विरोध पर उन्होंने शिक्षा निदेशक को अपनी पारिवारिक परिस्थितियां तथा बीमारी के कारण इस पद पर कार्य करने से मना कर दिया। संयुक्त शिक्षा निदेशक प्रथम मंडल मेरठ ओपी द्विवेदी ने मामले की गंभीरता एवं शिक्षकों के विरोध पर डाइट बड़ौत की उप प्राचार्य श्रीमती अनुराधा शर्मा को कार्यभार सौंपने के आदेश पारित कर दिए, लेकिन शिक्षा निदेशालय (माध्यमिक) लखनऊ विनय कुमार पांडे ने यह आदेश पारित किए कि वे मात्र शिक्षकों व कर्मचारियों के वेतन बिल भुगतान संबंधी कार्य करेंगी। इस पर अनुराधा शर्मा ने माह अगस्त के सभी विद्यालय के वेतन बिलों पर हस्ताक्षर कर उनका भुगतान करा दिया। अब जानकारी प्राप्त हुई है कि अनुराधा शर्मा ने भी शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) लखनऊ को यह पत्र भेज दिया है कि वे डाइट बड़ौत में अत्याधिक कार्यों में व्यस्त हैं ।इसके अलावा वे अपनी पारिवारिक परिस्थिति के कारण जिला विद्यालय निरीक्षक का अतिरिक्त प्रभार के रूप में कार्य करने में असमर्थ हैं। शिक्षक नेता वीरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा आए दिन यही चर्चा है कि शीघ्र ही जिला विद्यालय निरीक्षक की स्थाई व्यवस्था जनपद बागपत में की जाने वाली है ,लेकिन दो माह व्यतीत हो चुके हैं अब इन चर्चाओं पर माध्यमिक शिक्षक संघ मूक दर्शक बना नहीं रहेगा। यह संगठन सदैव शिक्षकों के हितों में संघर्ष करता रहा है। चौकाने का विषय है कि पूरे प्रदेश में बोर्ड की कॉपियां जांचने वाले परीक्षकों को भुगतान हो चुका है, लेकिन जनपद बागपत में रोजाना आवाज उठाने के बाद भी गत कई माह से कोई भी सकारात्मक पहल नहीं हो सकी है ।अवगत है कि बोर्ड की कॉपियां जांचने में माध्यमिक ,राजकीय व वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षक सम्मिलित रहे हैं। जिनमें उनका भुगतान न होने पर भारी रोष एवं आक्रोश है ।शिक्षक महासंघ ने बोर्ड की कॉपियां जांचने वाली परीक्षा को उनका भुगतान न होने तथा जनपद में माध्यमिक विद्यालयों में वेतन भुगतान की व्यवस्था तथा शिक्षकों की पदोन्नति, पेंशन ,चयन वेतनमान तथा उनके अवशेषों पर कोई भी कार्यवाही नहीं होने पर एक अक्टूबर को दोपहर 11:00 बजे संयुक्त शिक्षा निदेशक मेरठ कार्यालय पर धरना दिया जाएगा।