मरीज को मेडिकल कालेज में रेफर करने में न हो देरी-नोडल अधिकारी
नोडल अधिकारी को आनंद अस्पताल में मरीजो से मिला अच्छा फीडबैक
मेरठ- नोडल अधिकारी पी0 गुरू प्रसाद व जिलाधिकारी के0 बालाजी ने आज आनंद अस्पताल का निरीक्षण किया। नोडल अधिकारी ने कहा कि ऑक्सिजन सिलेण्डर का 48 घंटे का बैकअप रखा जाये तथा फायर सिस्टम को समय-समय पर चैक किया जाये। उन्होने सीएमओ को निर्देषित किया कि वह पोर्टल के डाटा को ठीक कराये व समय पर अपलोड कराये। जिलाधिकारी ने कहा कि कोमोरबिटिडीज के व्यक्ति की टेस्टिंग आवष्यक रूप से करायी जाये। उन्होने सीसीटीवी पर की जा रही माॅनीटरिंग को देखा व मरीजो से फोन पर वार्ता कर उनका हाल जाना।
नोडल अधिकारी पी0 गुरू प्रसाद ने कहा कि मरीज को मेडिकल कालेज में रेफर करने में देरी न हो यह सुनिष्चित किया जाये। उन्होने नोडल अधिकारी के बारे में जानकारी ली। जिसमें वह मौजूद नहीं मिले इस पर उन्होने कहा कि अस्पतालों के लिए बनाये गये नोडल आफिसर गंभीरतापूर्वक कार्य करें। उन्होने निर्देषित किया कि आनंद अस्पताल को भी कोरोना जांच के लिए एंटीजन किट उपलब्ध हो यह सुनिष्चित किया जाये।
नोडल अधिकारी ने सीसीटीवी पर की जा रही माॅनीटरिंग को देखा व कुछ मरीजो से फोन पर वार्ता कर उनका हाल जाना। उन्हें किये जा रहे उपचार, दिये जा रहे भोजन व साफ-सफाई आदि के बारे में अच्छा फीडबैक मिला।
जिलाधिकारी के0 बालाजी ने कहा कि प्रारंभ में ही कोरोना की जांच कराकर सभी अपने व अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 राजकुमार ने बताया कि आनंद अस्पताल एक एल-2 श्रेणी का अस्पताल है। यहा अब तक 507 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके है। 107 मरीज वर्तमान में भर्ती है। उन्होने बताया कि आनंद अस्पताल को 100 बैड से 125 बैड कराने का कार्य चल रहा है। उन्होने बताया कि यहां एक मृत्यु भी हुयी है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त सुभाष चन्द्र प्रजापति, नगर मजिस्ट्रेट एस0के0 सिंह, डा0 पी0पी0 सिंह, एसीएमओ पूजा शर्मा, डा0 सुभाष, प्रबंध निदेषक आनंद अस्पताल मानसी आनंद सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।