शोभित विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रथम सत्र की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना एवं दीप ज्योति के प्रज्वलन के साथ हुई । अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य अतिथि ऑल इंडिया टेक्निकल एजुकेशन काउंसिल के सलाहकार डॉ नीरज सक्सेना रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र द्वारा की गई। अपने अध्यक्षीय संबोधन में बोलते हुए श्री कुंवर शेखर विजेंद्र जी ने उपस्थित शोधकर्ता एवं विद्वत जनों को ज्ञान के द्वारा विज्ञान को कैसे प्राप्त करें इसकी जानकारी सभी के साथ साझा की । उन्होंने विश्वविद्यालय में चल रहे
रुद्राक्ष पर शोध की जानकारी देते हुए खुद प्रेरित होकर दूसरों को प्रेरित करते रहने की प्रेरणा दी । कुलाधिपति ने उपस्थित छात्रों एवं शोधकर्ताओं को पहले जुगाड़ के द्वारा कार्य करने की सलाह दी एवं उसके पश्चात किए गए जुगाड़ को विश्वस्तरीय कैसे बनाया जाए इस बारे में सोचने पर बल दिया । मुख्य अतिथि डॉ नीरज सक्सेना ने शोध कार्य की महत्ता एवं समाज के विकास में योगदान की महत्ता पर अपने विचार रखें और इन्नोवेटिव रिसर्च करने के लिए उपस्थित छात्रों को प्रेरित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अमर प्रकाश गर्ग ने रिसर्च के माध्यम से देश को कैसे आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है इसके बारे में अपनी बात रखी । इसके साथ साथ इन्होंने वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिंग के कारण आए जलवायु परिवर्तन को कैसे रोका जा सकता है एवं शोध कार्य किस प्रकार से जलवायु परिवर्तन जैसे वैश्विक परेशानी को दूर करने में हमारे लिए मददगार साबित हो सकता है इसकी जानकारी उपस्थित लोगों के सामने रखा । विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ जायानंद ने वर्तमान समय में शोध की महत्ता एवं टेक्नोलॉजी के माध्यम से सामाजिक जरूरतों को कैसे पूरा किया जा सकता है इसकी जानकारी दी । विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के डीन ऑफ फैकेल्टी डॉ विनोद कुमार त्यागी ने उपस्थित सभी विद्वत जनों का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होने पर
धन्यवाद दिया एवं विश्वविद्यालय में चल रहे शोध कार्य की भी जानकारी दी । डॉ राकेश कुमार जैन ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में विश्व के अलग-अलग देशों से आए वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए धन्यवाद देते हुए ,सम्मेलन में प्राप्त हुए 500 से अधिक शोध पत्रों की भी जानकारी उपस्थित लोगों को दी। अंतराष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र मुख्य अतिथि डॉक्टर नीरज सक्सेना कुलपति प्रो ए पी गर्ग एवं प्रति कुलपति प्रो डॉ जयानंद , प्रो आरके जैन द्वारा तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन मैं प्रस्तुत शोध पत्रों की एब्स्ट्रेक्ट बुक सोइवेनिर रिलीज किया गया।अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया ।
जिसमें विश्वविद्यालय के छात्रों ने अपनी प्रस्तुति दी । अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रथम सत्र में नेताजी सुभाष चंद्र बोस टेक्निकल कॉलेज के एमेरिटस प्रोफेसर डॉ नंदलाल सिंह, डॉ सुखबीर सिंह, डॉ अभिनव सक्सेना, डॉक्टर बी के नायक, सपना कटियार आदि ने अपने विचार रखे । डॉ तरुण कुमार शर्मा ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान देने वाले हर एक सदस्य को धन्यवाद दिया।अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रथम सत्र को सफल बनाने में डॉ जयंत महतो डॉक्टर अनिकेत डॉ ज्योति शर्मा डॉ सुदीश शुक्ला डॉ संदीप कुमार डॉ शिवा शर्मा डॉ दिव्या प्रोफेसर सहदेव सिंह डॉ निशांत पाठक, राजेश पांडे, अभिनव पाठक, राज किशोर सिंह, धर्मेश, जितेंद्र जादौन, डॉ निधि त्यागी एवं विश्वविद्यालय के छात्रों का विशेष सहयोग रहा।