अपने बच्चों को बड़ी चाहत से कनाडा भेजने वाले माता-पिता को अब सावधान हो जाना चाहिए, क्योंकि कनाडा की सरकार ने अब चिट्टे (डर्ग) को एक कानून के तहत वैध कर दिया है। अब कनाडा में 2.5 ग्राम चिट्ठा रखना अपराध नहीं है और इसके तहत कोई मामला नहीं चलेगा । कनाडा सरकार द्वारा शुरू किया गया यह कानून 1 फरवरी से 2026 तक लागू रहेगा । लेकिन इन तीन सालों में बहुत गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। अब कनाडा में रहने वाले पंजाबियों को अपनी आने वाली नस्लों की चिंता सताने लगी है। पंजाब में अब भी माता-पिता अपने बच्चों के लक्षण देखते थे, या उन्हें फटकार भी लगाते थे, लेकिन जब वही बच्चे आईईएलटीएस या किसी अन्य तरीके से कनाडा पहुंच जाते हैं, तो वहां उन्हें कौन समझाएगा। नशे की छठी नदी में पंजाबी पहले ही डूब चुके हैं। जो माता-पिता अपने बच्चों को नशे से बचाने के लिए पंजाब से कनाडा भेजने की सोच रहे हैं या जिनके जवान बेटे पहले से ही कनाडा में रह रहे हैं, कनाडा सरकार के इस फैसले ने उनकी नींद उड़ा दी है ।कनाडा सरकार द्वारा शुरू किया गया यह कानून 1 फरवरी से 2026 तक लागू रहेगा । लेकिन इन तीन सालों में बहुत गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। अब कनाडा में रहने वाले पंजाबियों को अपनी आने वाली नस्लों की चिंता सताने लगी है। पंजाब में अब भी माता-पिता अपने बच्चों के लक्षण देखते थे, या उन्हें फटकार भी लगाते थे, लेकिन जब वही बच्चे आईईएलटीएस या किसी अन्य तरीके से कनाडा पहुंच जाते हैं, तो वहां उन्हें कौन समझाएगा।