वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए केंद्रीय बजट आज बुधवार को पेश किया जाएगा। उत्तर प्रदेश को केंद्र से इस बार इस बजट में काफी उम्मीदे हैं। ऐसी उम्मीद इसलिए भी लगायी जा रही है क्योंकि वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश की बजट में हिस्सेदारी भी ज्यादा होनी चाहिए। ऐसी उम्मीद लगायी जा रही है की केंद्रीय बजट में इस बार उत्तर प्रदेश के हिस्से तीन लाख करोड़ रुपये से ज्यादा राशि आएगी। केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर , अनुदान और कर्ज और एडवांस के रूप में राज्य को यह राशि मिलने के बाद केंद्र से प्राप्त इस राशि से प्रदेश की अर्थव्यवस्था और तेजी के साथ रफ्तार पकड़ेगी।
केंद्र सरकार से राज्य को जो भी धन मिला है उस मिले हुए धन के वास्तविक आंकड़े वर्ष 2020-21 तक के ही उपलब्ध हैं। गौरतलब है की वित्त वर्ष 2020-21 में उत्तर प्रदेश के हिस्से 1,72,614 करोड़ रुपये आए थे। इसमें केंद्रीय करों में राज्य के अंश के तौर पर 1,06,687 करोड़, सहायता अनुदान के 57,746 करोड़ और केंद्र से कर्ज और एडवांस के रूप में 8181 करोड़ रुपये मिले। इसके बाद वित्त वर्ष 2021-22 व 22-23 में केंद्र से राज्य को मिले धन के अनुमानित आंकड़े ही उपलब्ध हैं। इन अनुमानित आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 के लिए केंद्र से राज्य को करीब 2,14,581 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है। इसमें केंद्रीय करों में राज्य के अंश के रूप में 1,14,894 करोड़, सहायता अनुदान के रूप में 87,963 करोड़ और कर्ज और एडवांस के रूप में 11,723 करोड़ शामिल हैं।जबकि ऐसा अनुमान लगाया जाता है की वित्त वर्ष 2022-23 में इन्हीं मदों में राज्य केंद्र से 2,57,651 करोड़ की राशि प्राप्त हुई है। यह अनुमानित राशि वित्त वर्ष 2021-22 के अनुमान से 20 प्रतिशत अधिक है।