जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुझे संसद बोर्ड का अध्यक्ष बनाकर उन्होंने मेरे हाथों में एक खिलौना पकड़ा दिया। मेरा कठपुतली की तरह इस्तेमाल किया गया। हालांकि मैं संसद बोर्ड का अध्यक्ष हूं, लेकिन मैं सदस्यों को मनोनीत नहीं कर सकता। सत्ता भी मेरे हाथ में नहीं दी गई। मेरी पार्टी में आज भी यही स्थिति है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा- ‘सीएम ने कहा कि जब उपेंद्र कुशवाहा पार्टी में आए तो हमने उन्हें सम्मानित किया और वह मुझसे प्यार करते हैं। मुझे निश्चित रूप से संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था। तब भी मैंने सोचा था कि मुझे उन जिम्मेदारियों को निभाने का मौका मिलेगा। मैं कार्यकरो के हितों की रक्षा कर सकूंगा। लेकिन बाद में पता चला कि जब मुझे संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया तो सीधे तौर पर एक खिलौना मुझे थमा दिया गया। मैं अध्यक्ष बन गया लेकिन सदस्य भी मनोनीत नहीं कर सकता, इसका क्या मतलब है? मुझसे कभी कोई सुझाव नहीं मांगा गया।’
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा- हम चाहते थे कि पार्टी में कोई अति पिछड़ा सदस्य हो जिसे निर्णय लेने वाली समिति में शामिल किया जाए, लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ। अति पिछड़ों में जदयू के प्रति आकर्षण लगातार कम होता जा रहा है। एमएलसी लॉलीपॉप की तरह था, मैंने केंद्रीय मंत्री पद छोड़ने में एक मिनट भी नहीं लगाया। कुशवाहा ने कहा- नीतीश कुमार ने 1994 में जिस हिस्सेदारी की बात की थी, जो लालू यादव से मांगी गई थी, उपेंद्र कुशवाहा भी नीतीश कुमार से वहीं चाहते हैं।’
वहीं नीतीश के बयान से जुड़े सवाल पर कुशवाहा ने कहा- ‘नीतीश कुमार कहते हैं कि हम उपेंद्र कुशवाहा से प्यार करते हैं और दूसरी तरफ कहते हैं कि तुम भाग जाओ… ये कैसा प्यार है। कल मुझ पर हुए हमले के संबंध में प्रारंभिक जांच कह रही है कि हमला नहीं हुआ था, आप खुद वीडियो देखें।’ इसके बाद उपेंद्र कुशवाहा ने हमले का वीडियो दिखाया। कुशवाहा ने कहा कि हम चाहते हैं कि डीजीपी और मुख्य सचिव खुद हमले की जांच करें।