उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की स्वायत्तशासी संस्था द्वारा आयोजित द्वारा आयोजित चलो मन गंगा जमुना के तीर के एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत डॉ रश्मि शुक्ला एवं दल ने लोक गीत की प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोहनिया भक्त भक्ति भाव लोकगीतों से आनंदित हो गए। डॉ रश्मि शुक्ला ने अनेकों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुति दी है।कई सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं में सम्मानीय पद पर समाज सेवा कर रही है। लगभग सात सौ से ज्यादा सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थान से सम्मान प्राप्त कर चुकी है ।सम्माननीय कवित्री भी है ।सामाजिक सेवा एवं शोध संस्थान की अंतरराष्ट्रीय अध्यक्षा समाज सेविका डॉ रश्मि शुक्ला ने प्रस्तुति देते समय कहा कि हमारी लोक संस्कृति को बनाए रखना हर भारतीय नागरिक का कर्तव्य है। मुझे बड़ा हर्ष हो रहा है कि हमारा भारत देश आजादी का 75 वाॅ अमृत महोत्सव बना रहा है । लोकगीत सही संगीत की उत्पत्ति हुई इसलिएलोकगीत सर्वोपरि है यही हमारी संस्कृति है ।हम हर पर्व आनंद लोक गीतों के माध्यम से लेते है हम अपनी पुरानी संस्कृति पुराने रीति रिवाज पुराने लोकगीत को कायम रखने के लिए प्रयासरत है ।बच्चों में ऐसे संस्कार दें कि वह अपने भारतीय संस्कृति से जुड़े हमारा गांव हमारा शहर मजबूत हो तभी हमारा देश पूरे विश्व का प्रतिनिधित्व करेगा ।हम विश्वकल्याण की सोच रखते हैं हमारे भारतवर्ष का नाम पूरे विश्व में है यही कारण है आज भारत देश उन 20 देशों का प्रतिनिधित्व कर रहा है जो पूरे विश्व का पचासी प्रतिशत जीडीपी कवर करता है जी ट्वेंटी शिखर सम्मेलन का भारतवर्ष में होना बहुत ही गौरव का विषय है । एक भारत श्रेष्ठ भारत के लोकगीत संध्या में आए सभी भक्तों का चंदन वंदन अभिनंदन करती हूं। पहली प्रस्तुति श्री गणेश लोक भजन फिर विंध्याचल देवी कजरी फिर अवधी विवाह गीत तत्पश्चात निर्गुण देशभक्ति अनेक लोकगीत प्रस्तुति।हारमोनियम वेदप्रकाश मिश्रा, तबले आनंद किशोर ,कीबोर्ड सौंदर्य सिंह, ढोलक हंसराज शर्म। सीए श्री सुधीर कुमार शुक्ला रक्षा ,इशिता,दिव्या, उपस्थिती रही।