दिल्ली नगर निगम हंगामे की बीच में आज सभी 250 निर्वाचित पार्षदों ने शपथ तो ले ली लेकिन जिसकी उम्मीद की जा रही वो नहीं हुआ। आज मेयर का चुनाव फिर से चुनाव टल गया। शपथ ग्रहण के दौरान जय श्री राम के नारे गूंजते रहे। इस बीच आम आदमी पार्टी की एक मुस्लिम महिला पार्षद ने शपथ लेने के दौरान ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि जो लोग “जय श्री राम” का नारा लगा रहे हैं कृपया सीता मैया को न भूलें। रामजी के साथ हम सीता मां का भी नाम लेते हैं। इसके बाद भी भाजपा पार्षद जय श्री राम के नारे लगाते रहे।
‘जय श्री राम’, ‘भारत माता की जय’, ‘इंकलाब जिंदाबाद’ जैसे नारे विभिन्न पार्षदों और एमसीडी हाउस के मनोनीत सदस्यों द्वारा लगाए गए थे, जो मंगलवार को दिल्ली के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव करने के लिए फिर से बुलाए गए थे। सुबह 11 बजे शुरू होने वाली सदन की कार्यवाही 20 मिनट बाद शुरू हुई थी।
मीटिंग हॉल के बाहर आप और भाजपा पार्षदों के बीच हाथापाई के बाद पुलिस बुलाई गई। भाजपा नेताओं ने सदन के बाहर धरना किया, तो आप नेताओं ने सांसद पर दुर्व्यवहार का आरोप भी लगाया।
रेखा गुप्ता बीजेपी की मेयर पद की उम्मीदवार हैं जबकि आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय हैं। साथ ही डिप्टी मेयर पद के लिए बीजेपी प्रत्याशी कमल बागदी आप के उम्मीदवार आले मोहम्मद इकबाल हैं। इसके अलावा स्टैंडिंग कमेटी (6 सीटों पर सात उम्मीदवार) में बीजेपी से कमलजीत सहरावत, गजेंद्र दरल और पंकज लूथरा और आम आदमी पार्टी से आमिल मलिक, रमिंदर कौर, मोहिनी जिनवाल और सारिका चौधरी हैं। कांग्रेस इस चुनाव में वोटिंग में हिस्सा नहीं लेने का फैसला पहले ही कर चुकी है।
हंगामे की आशंका को देखते हुए सदन में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। इस पर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने घर के अंदर पैरा फोर्स तैनात करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पैरा फ़ोर्स को घर में घुसने नहीं देना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि सदन के अंदर हथियारों की अनुमति कैसे दी जा सकती है। उन्हों ने आरोप लगाया की केंद्र इस प्रक्रिया को हाईजैक करने की कोशिश कर रहा है।
उधर, एमसीडी ने कहा है कि पैरा फोर्स को घर के अंदर नहीं बल्कि कॉरिडोर में तैनात किया गया है। सिविल डिफेंस वालंटियर तैनात किए गए हैं। वहीं, सदन के बाहर सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात किया गया। दिल्ली नगर निगम भवन में पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बागेश्वर धाम के नारे गूंजे।
बता दे कि दिल्ली नगर निगम की पहली बैठक 6 जनवरी को हुई थी, लेकिन हंगामे के कारण मेयर का चुनाव नहीं हो सका था। मनोनीत सदस्यों के पहले शपथ ग्रहण को लेकर सदन में हंगामा हुआ था। आप पार्षदों ने मनोनीत सदस्यों के पहले शपथ ग्रहण का विरोध किया। इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ। आप और भाजपा पार्षदों में मारपीट हुई। सदन में कुर्सियां को उठा कर भी मारपीट की गई था। कुछ पार्षद टेबल पर भी चढ़ गए थे। इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी।