कुश्ती महासंघ के विरोध के बीच खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर को निलंबित कर दिया है। कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने बृजभूषण शरण सिंह के पक्ष में बयान दिया। उन्होंने कहा कि महासंघ में ज्यादातर लोग बृजभूषण शरण सिंह के साथ हैं और व्यक्तिगत तौर पर मुझे खिलाड़ियों के आरोप सही नहीं लगते।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से चल रहे आंदोलन और विवाद के बीच निशाने पर हैं कुश्ती संघ के पदाधिकारी। तब खेल मंत्रालय ने पहलवानों के लगाए आरोपों पर कार्रवाई की है। खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर को निलंबित कर दिया है। ये वही सचिव हैं जिन्होंने बृजभूषण शरण सिंह के पक्ष में बयान दिया था।
बृजभूषण शरण सिंह के पक्ष में बयान देते हुए कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने शनिवार शाम को कहा कि महासंघ के ज्यादातर लोग बृजभूषण शरण सिंह के साथ हैं और व्यक्तिगत रूप से मुझे नहीं लगता कि खिलाड़ियों के आरोप सही हैं। जांच रिपोर्ट आने तक बृजभूषण शरण सिंह मामले पर कुछ नहीं कहेंगे और फिर आरोपों पर अपना पक्ष रखेंगे।
सचिव बृजभूषण शरण सिंह का पक्ष ले रहे थे
बृजभूषण शरण सिंह अभी अध्यक्ष पद पर हैं। लेकिन जांच जारी रहने तक खुद को किसी भी आधिकारिक काम से दूर रखेंगे। वह आम सभा की बैठक में अपनी स्थिति बताएंगे और इस विषय पर देश भर के प्रतिनिधियों के बीच चर्चा भी होगी। हालांकि आपको बता दें कि विनोद तोमर को 29 अक्टूबर 2002 को रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) द्वारा सहायक सचिव के रूप में नियुक्त किए गये थे। मंत्रालय ने विनोद तोमर की भूमिका सहित डब्ल्यूएफआई के कामकाज पर रिपोर्ट का संज्ञान लिया। इन रिपोर्टों में मंत्रालय ने पाया कि विनोद तोमर की उपस्थिति अनुशासन के लिए हानिकारक होगी। जिसे देखते हुए खेल मंत्रालय ने खेल संहिता 2011 के प्रावधानों के तहत सहायक सचिव विनोद तोमर को तत्काल निलंबित करने का फैसला किया है।