भारत तिब्बत समन्वय संघ (बीटीएसएस) के राष्ट्रीय सह संयोजक सांस्कृतिक प्रभाग शीलवर्धन गुप्ता ने कहा कि तिब्बत की स्वतंत्रता में ही भारत की सुरक्षा है। चीन के कब्जे से कैलाश मानसरोवर की मुक्ति और तिब्बत की आजादी का समय निकट आ गया है।
बीटीएसएस के द्वितीय स्थापना दिवस और मकर सक्रांति पर सूरजकुंड में लगे तिब्बती बाजार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
शीलवर्धन गुप्ता ने भारत और तिब्बत ऐतिहासिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से एक ही है। चीन ने तिब्बत को अवैध रूप से कब्जाया हुआ है। इस कारण हिन्दु अपने आराध्य भोलेनाथ के मूल स्थान कैलाश मानसरोवर जाने के लिए भी चीन की इच्छा पर निर्भर है। अब तिब्बत की आजादी और कैलाश मानसरोवर की मुक्ति होनी चाहिए। बीटीएसएस तिब्बत के लोगों की समस्याओं को सुलझाने के कार्य में जुटा है। इसके लिए जन आंदोलन छेड़ा जाएगा। तिब्बती बाजार की अध्यक्ष टिशिरिंग वाग्मू ने कहा कि भारत के सहयोग से ही तिब्बत की आजादी संभव है। उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल उत्तर प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल ने कहा कि तिब्बती व्यापारियों को कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी। संगठन उनके साथ खड़ा है।
क्षेत्रीय पार्षद अंशुल गुप्ता ने समस्याओं को हल कराने का आश्वासन दिया। बीटीएसएस के राष्ट्रीय महामंत्री विजय मान ने संगठन के उद्देश्य बताए।
इस अवसर पर प्रांत महामंत्री डाॅ. कुलदीप त्यागी, समाजसेवी राकेश गुप्ता, विकास गुप्ता, अक्षत गोयल, केलसांग, छुनडुप, तेनजिंग, दागर आदि उपस्थित रहे।