चंडीगढ़, 11 जनवरी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की महासचिव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा से गुजरी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने बार-बार भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के हरियाणा एक-हरियाणवी एक नारे का झूठ सामने आता रहा। राहुल गांधी पांच दिन तक प्रदेश के लाखों लोगों के संपर्क में आए। इनसे बातचीत व चर्चा के दौरान प्रदेश के लोगों ने गठबंधन सरकार की जमकर पोल खोली। उन्हें बताया कि किस किस तरीके से आम जनता को परेशान करने के षड्यंत्र रचे जा रहे हैं।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि अलग-अलग समूहों ने राहुल गांधी को साफ-साफ बताया कि प्रदेश सरकार की कथनी और करनी में गहरा अंतर है। जिस तरह के नारे दिए जाते हैं, आचरण उसके एकदम विपरीत है। हरियाणा एक-हरियाणवी एक की आड़ में प्रदेश के लोगों को आपस में लड़ाने के षड्यंत्र समय-समय पर रचने का इतिहास भाजपा ने बनाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब भी सरकार पर लोग सवाल उठाने की कोशिश करते हैं, तो उनका ध्यान भटकाने के लिए उन्हें ही आपस में लड़वा दिया जाता है। प्रदेश में समान विकास भी कहीं नजर नहीं आता। गांवों व शहरों के बीच की खाई और अधिक बढ़ी है। गांवों में तो सड़कों पर पैचवर्क तक नहीं किया जाता। लोगों ने राहुल गांधी को गांवों में बिगड़ी हुई स्वास्थ्य सेवाओं व खराब हो रही सरकारी स्कूलों की हालत की भी विस्तार से जानकारी दी।
कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारों की बढ़ती संख्या को लेकर राहुल गांधी खासे चिंतित नजर आए। युवाओं ने उन्हें बिन पर्ची-बिन खर्ची के नारे की हकीकत बताते हुए जानकारी दी कि कितनी भर्तियां अभी कोर्ट में अटकी हुई हैं और 2014 के बाद से कितनी भर्तियों को कोर्ट निरस्त कर चुका है। ग्रुप ए की भर्तियों की एवज में बटोरे गए एचपीएससी से करोड़ों रुपये नकदी पकड़े जाते हैं, जबकि एचएसएससी में नौकरियां बेचने का भंडाफोड़ होने पर चेयरमैन को कुछ समय के लिए सस्पेंड किया जाता है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके अलावा अग्निवीर, फसल बीमा, शराब घोटाला, एफसीआई घोटाला, धान-गेहूं-बाजरा-सरसों खरीद घोटाला, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग घोटाला आदि की बारीकी से जानकारी उन्हें दी गई। पीपीपी के बहाने गरीबों के लिए चलाई जा रही स्कीमों को बंद करने, बुजुर्गों की पेंशन काटने, जिंदा लोगों को मृत दिखाने, सरकारी स्कूलों को बंद करने, शिक्षकों समेत सरकारी नौकरियों में पद खत्म करने जैसे भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के जनविरोधी कदम भी राहुल गांधी को प्रदेश के प्रबुद्ध लोगों ने बताए।