फरीदाबाद, 10 जनवरी। हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने मंगलवार को एनआईटी- तीन, राहुल कॉलोनी में मानव तस्करी के बारे में स्थानीय लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि मानव तस्करी जैसे संगीन अपराध को खत्म करने के लिए वे अपने बच्चों को जागरूक करें।उन्होंने राहुल कॉलोनी में दौरा कर महिलाओं से मुलाकात की और कहा कि अगर किसी भी महिला के साथ किसी भी प्रकार का शोषण होता है तो वो उसके खिलाफ आवाज बुलंद करें।
महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने देश-प्रदेश में हो रही घटनाओं के मामलों को साझा करते हुए मानव तस्करी के बारे में लोगों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मानव तस्करी संगीन अपराध है। इस प्रकार के अपराध को रोकने के लिए हम सभी को जागरूक होने की जरूरत है। मानव तस्करी से पीड़ित व्यक्ति से देह व्यापार, घरेलू काम तथा गुलामी इत्यादि कार्य उसकी इच्छा के विरुद्ध करवाए जाते हैं। मानव तस्करी में नौकरी का लालच या फिर कुछ और लालच देकर बच्चों को युवाओं को गलत कामों में धकेल दिया जाता है। आपराधिक प्रवृति के लोग बच्चों से भीख मंगवाना, चोरी कराना या उनके शरीर के अंगो को निकालकर बेच देना ऐसे घृणित कार्य करते है। यदि इस समस्या को जड़ से खत्म करना है तो पूरे समाज को जागरूक करना होगा। उन्होंने बताया कि सभी थानों में महिला अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। अगर किसी बच्ची या महिला के साथ किसी भी प्रकार से शोषण या उत्पीड़न किया जाता है तो पीड़िता अपनी शिकायत महिला थाना में दर्ज करवा सकती है। यदि महिला थाना में उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो महिला आयोग उस पर संज्ञान लेगा।
कार्यक्रम में एसएचओ माया ने कहा कि बच्चे स्कूल, कॉलेज या रिश्तेदारों के घर से आते हैं तो उनसे पूछे कि वहां का माहौल कैसा है। बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में समझाएं। अगर किसी लड़की के साथ गलत होता है तो सबसे पहले वह इसकी शिकायत बिना किसी डर के महिला थाना में करें। एडवोकेट भानु प्रिया ने महिलाओं को कानूनी जानकारियां देते हुए कहा अगर किसी महिला के साथ घरेलू हिंसा या कुछ और गलत होता है तो उसको नजरअंदाज ना करे। अपनी शिकायत महिला थाना में दर्ज कराए। सरकार की तरफ से पीड़ित को निःशुल्क वकील दिया जाता है ताकि वह अपने केस को लड़ सके। इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण ईकाई की इन्चार्ज गारिमा सिंह, वन स्टाप सेंटर की इन्चार्ज मीनू यादव, महिला निरीक्षक माया देवी, एडवोकेट भानु प्रिया सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में एसएचओ माया ने कहा कि बच्चे स्कूल, कॉलेज या रिश्तेदारों के घर से आते हैं तो उनसे पूछे कि वहां का माहौल कैसा है। बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में समझाएं। अगर किसी लड़की के साथ गलत होता है तो सबसे पहले वह इसकी शिकायत बिना किसी डर के महिला थाना में करें। एडवोकेट भानु प्रिया ने महिलाओं को कानूनी जानकारियां देते हुए कहा अगर किसी महिला के साथ घरेलू हिंसा या कुछ और गलत होता है तो उसको नजरअंदाज ना करे। अपनी शिकायत महिला थाना में दर्ज कराए। सरकार की तरफ से पीड़ित को निःशुल्क वकील दिया जाता है ताकि वह अपने केस को लड़ सके। इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण ईकाई की इन्चार्ज गारिमा सिंह, वन स्टाप सेंटर की इन्चार्ज मीनू यादव, महिला निरीक्षक माया देवी, एडवोकेट भानु प्रिया सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।