शोभित विश्वविद्यालय मेरठ में विश्वविद्यालय एवं भारतीय वैश्य संगम द्वारा संयुक्त रूप से इन्नोवेशन एवं स्टार्टअप इकोसिस्टम पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई।कार्यक्रम की शुरुआत में कार्यक्रम के अतिथि अंबुज गुप्ता नेशनल प्रेसिडेंट भारतीय वैश्य संगम, अजय सिंघल नेशनल ट्रेजरर भारतीय वैश्य संगम, पंकज कुमार पूर्व प्रेजिडेंट आईआईए, अजय गुप्ता एमडी दयाल स्पन पाइप, आशीष अग्रवाल चार्टर्ड अकाउंटेंट, राघव प्रसाद गर्ग, मोहित कुमार असिस्टेंट कमिश्नर इंडस्ट्रीज मेरठ, अनिल सिंह चीफ मैनेजर पीएनबी को पटका एवं पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया।
स्वागत संबोधन देते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अमर प्रकाश गर्ग ने इन्नोवेशन एवं स्टार्टअप इकोसिस्टम पर बात करते हुए कहा कि आज जब हम विश्व गुरु बनने की बात करते हैं तो निश्चित रूप से हमें अपनी अनुसंधान भी अपनी मातृभाषा में ही करने होंगे। उन्होंने कहा कि ज्यादातर पॉलिसी पश्चिमी देशों के हिसाब से बनी हुई हैं जिसको बदलने की आवश्यकता है।
अपने अध्यक्षीय भाषण में बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं भारतीय वैश्य संगम के मुख्य संरक्षक कुंवर शेखर विजेंद्र ने अपने अभिभाषण में बताया कि मेरठ इंडस्ट्रियल हब रहा है। जहां लघु उद्योग बड़ी मात्रा में किया जाता है। जिसके परिणाम स्वरूप मेरठ में नवाचार एवं अनुसंधान हेतु बहुत अवसर उपलब्ध है तथा शोभित विश्वविद्यालय हमेशा नवाचार एवं अनुसंधान को बढ़ावा देने हेतु सदैव अग्रणी भूमिका में रहा है। हाल ही में विश्वविद्यालय को पेटेंट प्रकाशन में देश के पांच प्रमुख विश्वविद्यालयों में शुमार किया गया है। शोभित विश्वविद्यालय का नवाचार एवं अनुसंधान केंद्र ऐसे नवाचार एवं अनुसंधान को मूर्त रूप देने हेतु सदैव तत्पर है। उन्होंने छात्र छात्राओं को नवाचार एवं अनुसंधान संबंधित विचारों को अपने शिक्षकों के साथ साझा करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आप अपने विचारों को लेकर आइए शोभित विश्वविद्यालय अपने अनुसंधान एवं नवाचार केंद्र में आपके विचारों को मूर्त रूप देने हेतु सदैव आपकी सहायता करने के लिए तैयार है।
कार्यक्रम के दौरान असिस्टेंट कमिश्नर इंडस्टरीज मेरठ मोहित कुमार ने छात्रों को नए स्टार्टअप एवं लघु उद्योग से जुड़ी विभिन्न प्रकार की इंडस्ट्रियल स्कीम के बारे में बताया तथा भारत सरकार किस प्रकार नए स्टार्टअप को बढ़ावा दे रही है इससे जुड़ी जानकारी भी छात्रों को उपलब्ध कराई। पीएनबी बैंक के चीफ मैनेजर श्री अनिल सिंह ने स्टार्टअप से जुड़ी वित्तीय जानकारी से छात्रों को अवगत कराया उन्होंने बताया कि अगर अब किसी भी व्यक्ति के पास कोई अच्छा आईडिया है तो भारतीय बैंक उसको वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए आगे आ रही हैं। जिससे वह अपने सपने को साकार कर सकें जिसके चलते अब देश में नए-नए स्टार्टअप विकसित हो रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान डॉ निधि त्यागी द्वारा विश्वविद्यालय की यूनिवर्सिटी इन्नोवेशन काउंसिल द्वारा किए गए कार्यों के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया।
पूर्व आईआईए प्रेसिडेंट पंकज कुमार ने छात्रों को भारत में लघु उद्योग परिदृश्य से अवगत कराया। दयाल स्पन पाइप्स के एमडी श्री अजय गुप्ता ने भारत में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र और विभिन्न सरकारी योजनाएं को बहुत ही सरल तरीके से छात्रों को समझाया। उन्होंने बताया कि पहले के पारंपरिक परिदृश्य एवं आज के परिदृश्य में बहुत फर्क है। पहले किसी व्यापार को चलाना या उसकी शुरुआत करना बहुत ही कठिन था लेकिन आज हमारे पास बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है जिसके चलते सरकार भी लघु उद्योग को बढ़ावा दे रही है। जिसमें भारत के बैंक युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रहे हैं। जिसके चलते नए स्टार्टअप आ रहे हैं और वह यूनिकॉर्न बन रहे हैं। आशीष अग्रवाल ने छात्रों को उधमिता से जुड़े कौशल एवं व्यक्तित्व विकास के बारे में छात्रों को बताया
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के संयोजक विपुल सिंघल द्वारा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर नेहा यजुर्वेदी द्वारा किया गया। इस अवसर पर स्कूल ऑफ बिजनेस स्टडीज विभाग के निदेशक डॉ अशोक गुप्ता, वरिष्ठ निदेशक प्रोफेसर देवेंद्र नारायण,डॉ मोहम्मद इमरान, डॉ राजुल दत्त,डॉ अभिषेक डबास, डॉ अंशु चौधरी, डॉ अनुज गोयल, डॉ प्रीति गर्ग, डॉ नवनीस त्यागी, गार्गी चौधरी, देवयानी गर्ग, आशीष धीमन, रमन शर्मा, बीबीए एवं बीकॉम की छात्रा शिवांगी अवंतिका निहारिका छात्र सुंदरम, केशव, थोंगम्बा सिंह का विशेष सहयोग रहा।