अगर आपको साहसिक यात्रा करने का शौक है और ऐसी प्राचीन जगहें देखना चाहते हैं,जो खतरनाक होने के साथ ही फेमस भी हैं,तो प्रबलगढ़ का किला घूम सकते हैं। प्रबलगढ़ का किला महाराष्ट्र में स्थित है। यह किला माथेरान और पनवेल के बीच स्थित है। इसकी संरचना और ऊंचाई के कारण इसे भारत का सबसे ऊंचा और खतरनाक किला कहा जाता है। पुराने किलों और स्मारकों को देखने वाले लोगों के बीच यह किला हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रहा है। रायगढ़ जिले में स्थित इस किले से आप आसपास के शानदार और मनोरम दृश्य देख सकते हैं।
सूर्यास्त होने से पहले ही सैलानी इस किले से वापस लौट आते हैं, क्योंकि अगर शाम हो गई तो यहां से वापस लौटना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा इस जगह पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है कि सैलानी ठहर सकें, न ही पर्यटकों को यहां बिजली मिलेगी और न ही पानी। इसी वजह से सांझ ढलने से पहले ही टूरिस्ट इस किले से नीचे उतर जाते हैं क्योंकि अगर शाम हो गई और सीढ़िया उतरने में जरा-सी भी चूक हुई तो सीधे जान जा सकती है।
प्रबलगढ़ का किला 2300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां से सैलानी इरशालगढ़ किले और कल्याण किले को निहार सकते हैं। इस किले के आसपास की हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है। इस किले तक पहुंचाने वाली सीढ़ियों में रेलिंग नहीं होने के कारण यह और ज्यादा खतरनाक हो जाती हैं। यह किला पहले प्रहरीदुर्ग था और इसका नाम मुरंजन किला था। लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज के शासन के दौरान इसका नाम प्रबलगढ़ रख दिया गया।