बीती शाम जैसे ही ललित मोदी ने फिल्म अभिनेत्री सुष्मिता सेन के साथ अपने रिश्तों को लेकर सोसल मीडिया पर खुलासा किया चारो तरफ बस इन्ही के चर्चे होने लगे। सुष्मिता सेन और ललित मोदी के बारे में तो अभी तक बहुत कुछ कहा सुना और लिखा जा चूका है आज जानते हैं ललित मोदी किस खानदान से संबंध रखते हैं. उनके दादा ने एक छोटे से गांव बेगमाबाद को खरीदा और दुनिया के नक्शे पर लाकर खड़ा कर दिया था।
गुजरमल मोदी का जन्म महेंद्रगढ़ में हुआ था और उनका परिवार कानपुर से पेशावर तक ब्रिटिश छावनी के लिए आपूर्ति की व्यवस्था करता था. उनके पिता पटियाला में एक अनाज मिल के मालिक मुल्तानी मल मोदी की दूसरी संतान थे. गुजरमल मोदी ने अपने कारोबारी जीवन की शुरुआत में ही पिता के बिजनेस को ज्वाइन कर लिया। कहा जाता है कि गुजरमल मोदी की नई चीजों को परखने और समझने की शक्ति जबरदस्त थी. बताया जाता है कि जब भारत में इंश्योरेंस का कॉन्सेप्ट ठीक से लोगों के समझ में भी नहीं आया था, उस समय उन्होंने अपनी एक आटा मिल का इंश्योरेंस करवा लिया था। बाद में जब फैक्ट्री में आग लग गयी और सब कुछ स्वाहा हो गया तब भी इंश्योरेंस के कारण उनके परिवार का कुछ नुक्सान नहीं हुआ।
साल 1933 में गुजरमल पटियाला से दिल्ली आ गए और फिर दिल्ली के बाहरी इलाके में एक गांव बेगमाबाद खरीद लिया. साल 1945 तक उन्होंने यहा अपना उद्योग तो लगाया ही, एक टाउनशिप भी बसा दी और इसका नाम मोदी नगर रख दिया. आगे चलकर यह मोदी नगर भारत का प्रमुख औद्योगिक नगर बन गया और वर्ल्ड फेमस हुआ। अंग्रेजों ने गुजरमल मोदी को उनकी सेवाओं के लिए साल 1942 में ‘राय बहादुर’ की टाइटल से सम्मानित किया. युद्ध खत्म होने के बाद अंग्रेजी शासन ने उनके लिए मेरठ में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया।