गत एक सप्ताह से भी अधिक समय से आबू नाला कचहरी पुल के पास नाले का सारा लाखों लीटर दूषित जल प्रतिदिन भूगर्भ में जा रहा है तथा इस मामले की जानकारी होने के बावजूद भी नगर निगम अधिकारी मौन है। सामाजिक संस्था सच के अध्यक्ष संदीप पहल ने मंगलवार को इस मामले को उठाते हुए आला अधिकारियों से मामले में संज्ञान लेने को कहा। उन्होने कहा कि पुल सहित आसपास की दुकानों और मकानों को खतरा बन गया है।
पहल ने साफ कहा कि हैंडपंपों में दूषित जल आना स्वभाविक है। आबू नाला 200 वर्ष से पुराना पक्का नाला था, जिसे जानबूझकर पोर्कलेन मशीन से सफाई के नाम पर नगर निगम ने जगह जगह से तोड़ दिया है। उन्होने कहा कि इसके जान माल के नुकसान की भरपाई नगर निगम के अधिकारियों से की जानी चाहिए।