मेरठ। जनपद बुलंदशहर के एक अस्पताल से लकवा ग्रस्त 6 वर्षीय बच्चा गंभीर अवस्था में रेफर होकर मेरठ के लोकप्रिय अस्पताल में आया। जहां विख्यात शिशु रोग विशेषज्ञ डा. भारत सुखीजा ने तुरन्त उपचार देकर बच्चे को कोमा में जाने से बचाया और एक सप्ताह से अधिक चले इलाज के बाद बच्चे की जान बचाई जा सकी।
डा. भारत सुखीजा ने बताया कि लगभग दस दिन पहले बुलंदशहर के एक निजी अस्पताल से 06 वर्षीय वंश कुमार पुत्र संजीत कुमार लकवा ग्रस्त होकर गंभीर अवस्था में लोकप्रिय अस्पताल के शिशु केन्द्र में भर्ती हुआ। भर्ती होने के समय बच्चे के शरीर में लकवे का असर तेजी से फैल रहा था, बच्चे का चेहरा एवं हाथ पैर काम नही कर रहे थे केवल हल्की दिल की धड़कन चल रही थी और सांस लेने में भी बच्चे को कठिनाई आ रही थी एवं शरीर का बाकि हिस्सा पूरी तरह अचेत था जिसके कारण बच्चें को वेंटिलेटर पर रखा गया। डा. भारत सुखीजा ने लकवे को नियंत्रित करने हेतु दवाईयां देनी शुरू की। चार दिन वेंटिलेटर पर रहने के बाद बच्चे के शरीर में दवा का असर होना शुरू हुआ और बच्चा होश में आ गया साथ ही ढीले पड़ चुके शरीर के हिस्सों ने काम करना शुरू कर दिया और बच्चे की जान बचाई जा सकी। डा. भारत सुखीजा ने बच्चे की स्थिति पर 24 घंटे निगरानी रखी और अपने कुशल चिकित्सीय अनुभव का परिचय देते हुए बच्चे की जान बचाई। बच्चे के पूरी तरह स्वस्थ होन पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इस दौरान बच्चे के परिजनों ने डा.भारत सुखीजा सहित लोकप्रिय अस्पताल का आभार प्रकट करते हुए सभी को धन्यवाद दिया।
लोकप्रिय अस्पताल के निदेशक डा. रोहित रविन्द्र ने शिशु रोग विशेषज्ञ डा. भारत सुखीजा को बधाई देते हुए कहा कि जिस प्रकार लकवा ग्रस्त 6 वर्षींय वंश को डा. भारत सुखीजा के नेतृत्व में लोकप्रिय अस्पताल के शिशु केन्द्र ने जीवदान दिया है वह बहुत सराहनीय है। उन्होंने बताया कि लोकप्रिय अस्पताल में अनुभवी डाक्टरों की टीम के द्वारा विश्वस्तरीय आधुनिक तकनीक से इलाज किया जाता है और वर्तमान में हर प्रकार की चिकित्सीय सुविधाएं लोकप्रिय अस्पताल में 24 घंटे उपलब्ध है जो जनमानस को लाभान्वित कर रही है।