मेरठ – एनवायरमेंट क्लब ने वन्यजीव सप्ताह का समापन किया। मुख्य अतिथि उप मंडलायुक्त मेधा रूपम व डीएफओ राजेश कुमार रहे। कमिश्नरी चौराहे पर क्लब की टीम ने नुक्कड़ नाटक किया, जिसमें यह दर्शाया गया कि कैसे अंधाधुन जंगलों के कटाई से वन्यजीवों के घर समाप्त हो रहे हैं। नाटक में यह भी दिखाया गया कि चलती गाड़ी से कुछ भी वस्तु बाहर फेंकने पर जब जानवर उन्हें खाने के लिए रोड पर आते हैं तो उनकी गाड़ी से टक्कर लगने पर मृत्यु हो जाती है। जानवरों को मारकर उससे बनाने वाले कपड़ों की वजह से कैसे जानवरों की जान को खतरा होता है। अंत में वन्यजीव जैसे शेर, भालू, हाथी, हिरण, मोर व पेड़ बने क्लब के सदस्यों ने प्रेम से हमको जीने दो का संदेश दिया। जिसके बाद कमिश्नरी चौराहे से शिव चौक तक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया, जिसमें वन विभाग, हिंदुस्तान स्काउट गाइड, एनएएस कॉलेज की एनएसएस टीम व दीवान कॉलेज के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। रैली का नेतृत्व वन्यजीवों ने किया और खुद को बचाने का संदेश दिया। जाग जाओ जाग जाओ वन्यजीवों को बचाओ, हम सब ने यह ठाना है वन्यजीव बचाना है आदि नारे लगा कर आमजन को वन्यजीवों के रक्षा हेतु जागरूक किया गया। रैली का समापन कमिश्नरी चौराहे पर किया गया, जहां मुख्य अतिथि उप मंडलायुक्त मेधा रूपम ने कहा कि जिस जोश व उत्साह के साथ क्लब कार्य कर रहा है यह सराहनीय है। डीएफओ राजेश कुमार ने कहा कि नुक्कड़ नाटक व रैली के जरिए समाज के हर वर्ग को वन्यजीवों के संरक्षण हेतु कार्य करने का आवाह्न किया गया। अंत में रैली को क्लब संस्थापक सावन कन्नौजिया ने संबोधित करते हुए कहा कि विष्णु भगवान ने कच्छप यानी कछुआ, वराह यानी सुअर जैसे जानवरो का रूप लेकर अवतार लिया, जब भगवान इन वन्यजीवों को स्वीकार सकते हैं तो हम मनुष्य क्यों नहीं? हम क्यों विकास के नाम पर इनकी जान ख़तरे में डाल रहे हैं। रैली में मौजूद युवाओं को इस बात के लिए प्रेरित किया गया कि वे अपने आसपास पेड़ लगाएं उसका ध्यान रखें, चलती गाड़ी से कुछ भी सामान बाहर ना फेंके और अपने आसपास वायु प्रदूषण ना करें जिससे कि ये वन्यजीव कष्टमुक्तजीवन व्यतीत कर सकें और प्रकृति का चक्र ना बिगड़े।
इस मौके पर उप मंडलायुक्त मेधा रूपम, डीएफओ राजेश कुमार, क्लब संस्थापक सावन कन्नौजिया, स्काउट हेड वन्दना यादव, जतिन, रचित, प्रियांशु, अजय, चिराग, सचिन, उदय, प्रभांशु, धीरज, दिव्यांशी, मयंक, विशाल, प्रतीक, अभिषेक, अवंतिक, अंशिका, आशीष, आंचल समेत कई क्लब सदस्य व संगठनों के स्वयंसेवक मौजूद रहे।