यूक्रेन पर रूस का हमला जारी है, इस बीच एक हिंदुस्तानीय विद्यार्थी की भी यूक्रेन के खारकीव में रूसी गोलाबारी में मृत्यु हो गई। इसके बाद हिंदुस्तान की तरफ से यूक्रेन और रूस के राजदूत को तलब किया गया और इस घटना पर विरोध जताया। विराष्ट्र मंत्रालय से वापस लौटने के बाद हिंदुस्तान में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने हिंदुस्तानीय विद्यार्थी की मृत्यु पर संवेदना जाहीर की।
रूस के हमले को बताया नरसंहारयूक्रेन के राजदूत डॉ। इगोर पोलिखा ने कहा कि, यूक्रेन के खार्किव में गोलाबारी में मारे गए हिंदुस्तानीय विद्यार्थी नवीन शेखरप्पा की मृत्यु पर मैं अपनी गहरी संवेदना जाहीर करता हूं। पहले सैन्य स्थलों पर गोलाबारी बमबारी की जा रही थी, लेकिन अब नागरिक क्षेत्रों में भी हो रही है। पोलिखा ने रूसी हमले को एक नरसंहार बताते हुए कहा कि, ये ठीक उसी तरह का नरसंहार है जैसा कि मुगलों ने राजपूतों के साथ किया था। हम हर समय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी समेत दुनिया के तमाम बड़े नेताओं से पुतिन के विरूद्ध आगे आने की अपील कर रहे हैं। जिससे रूस की बमबारी को रोका जा सके।
शक्तिशाली सेना को रोक रही यूक्रेन की सेना – राजदूतहिंदुस्तान में यूक्रेन के राजदूत पोलिखा ने कहा कि, रूस को यूक्रेन में घुसपैठ करते 6 दिन हो गए हैं। हमारी सेना दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेनाओं में से एक को रोकने में पास रही है। दुर्भाग्य से इस युद्ध में रूस-यूक्रेन सैनिकों के साथ-साथ बड़ी संख्या में नागरिकों को भी जान गंवानी पड़ रही है। इस दौरान यूक्रेन के राजदूत ने हिंदुस्तान की तरफ से भेजी जा रही मानवीय सहायता को लेकर भी धन्यवाद दिया।
बता दें कि यूक्रेन में हिंदुस्तानीय विद्यार्थी की मृत्यु के बाद हिंदुस्तान में उन परिवारों की चिंता और ज्यादा बढ़ गई है, जिनके बच्चे यूक्रेन में फंसे हुए हैं। हिंदुस्तान गवर्नमेंट से लगातार इन विद्यार्थीों को निकालने की मांग की जा रही है। इसी बीच हिंदुस्तान में यूक्रेन दूतावास से बाहर लोगों ने मोमबत्ती जलाकर रूस-यूक्रेन युद्ध में जान गवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। हिंदुस्तान में यूक्रेन के राजदूत पोलिखा भी इस दौरान वहां उपस्थित रहे।