जनता वैदिक कालेज बडौत में राष्ट्रीय सेवा योजना चतुर्थ इकाई द्वारा एक दिवसीय शिविर का आयोजन कालेज प्रांगण में किया गया ।स्वयं सेविकाओं द्वारा श्रमदान के उपरांत बेटा -बेटी एक समान विषय पर भाषण,गीत एवं कविता आदि प्रस्तुत किए गए ।कार्यक्रम अधिकारी डा गीता रानी ने कहा कि बेटियाँ वरदान है ।बेटियाँ शक्ति है।सोनम ने लोक गीत के माध्यम से माँ से विनती कि मुझे जन्म से पहले मुझको ना मार ,डिम्पल ने कविता के माध्यम से कहा कि गर तुमको मेरा दुनिया में आना नहीं मंज़ूर ,तो वो दिन नहीं दूर जब तरसोगे बेटी के लिए कहकर कन्या भ्रूण को जन्म लेने देने की अपील की ।कार्यक्रम में समाज शास्त्र विभागाध्यक्ष डाक्टर देवेन्द्र पाल सिंह तोमर ने कहा कि वैदिक संस्कृति में बच्चों को माँ के नाम से जाना जाता था ।शिक्षित महिला परिवार की धुरी होती है ।मुख्य वक्ता डाक्टर इन्दु ने बेटियों को स्वस्थ रहने के लिए फ़ास्ट फ़ूड से दूरी बनाकर प्रोटीन युक्त आहार लेने के लिए प्रेरित किया ।डाक्टर नीलम राणा ने बेटियों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया ।कार्यक्रम में पूजा, चंचल, अन्नु तोमर , सोनम, नेहा, आंचल, रेशू,राधा,राखी,शिवानी आदि ने प्रतिभाग किया ।