नवादा: बिहार का नवादा जिला मिनी जामताड़ा बनता जा रहा है। यहां साइबर क्राइम में बढ़ोतरी देखी जा रही है। ऐसे में पुलिस लगातार अभियान चला रही है। इस बीच जिले में बिहार पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। साइबर क्राइम के विरूद्ध चलाए गए अभियान के दौरान पुलिस ने एक साथ कुल 33 साइबर क्राइमियों को हिरासत में लिया है। जिले पकरीबरावां थाना क्षेत्र के थालपोस गांव से पुलिस ने कुल 33 साइबर क्राइमियों को एक साथ हिरासत में लिया है।
ठगों के पास से कई सामान बरामद
इन क्राइमियों के पास से साइबर क्राइम में इस्तेमाल की जाने वाली कई सामग्रियां बरामद हुई हैं। नवादा एसपी डीएस सावलाराम ने पकरीबरावा थाने में बुधवार को प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी है। अरैस्टी के दौरान पुलिस टीम को 46 मोबाइल, 03 लैपटॉप, 02 बाइक, 5 एटीएम, 3 स्टाम्प और मुहर, 09 रजिस्टर, वजनी मात्रा में प्रिंट डाटा और भिन्न-भिन्न कंपनियों के कई डॉक्यूमेंट्स भी बरामद हुए हैं। वहीं, रैकेट के कुछ मेम्बर अभी भी फरार हैं।
रैकेट का मुख्य सरगना पकरीबरावां प्रखंड का आशुतोष और निखिल है। वैसे दोनों को अरैस्ट कर लिया गया है। एसपी ने बताया कि सभी क्राइमी कई वर्षों से साइबर क्राइम की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे और उससे काफी धन अर्जित किया था। उन्होंने कहा कि नवादा में पुलिस कुछ समय से साइबर अपराध के खिलाफ लगातार छापेमारी कर रही है। अन्य प्रदेशों से भी पुलिस आती है, तो हम लोग योगदान देते हुए लोगों को अरैस्ट करा रहे हैं। इसी क्रम में हमें सूचना मिली थी कि थालपोश गांव में बड़े पैमाने पर लोग ठगी करने का कार्य कर रहे हैं। ऐसे में कार्रवाई की गई है।
हाई कोर्ट मॉनिटरिंग कर रहा
एसपी धूरत सयाली सावलाराम ने बताया कि साइबर क्राइम के मामले में हाई कोर्ट मॉनिटरिंग कर रहा है। पकड़े गए सभी साइबर क्राइमियों की संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि अरैस्ट लोगों या उनके परिवार के मेम्बरों के पास वर्तमान में कितनी अर्जित संपत्ति है। चल-अचल सभी संपत्ति की जानकारी जुटाई जाएगी। यह भी पता लगाया जाएगा कि संपत्ति कैसे अर्जित की गई है। पूरी जानकारी इनकम टैक्स विभाग और ईडी को दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि जिले में साइबर क्राइमियों की पूरी कुंडली खंगाली जा रही है। हाई कोर्ट ने साइबर क्राइमियों की संपत्ति का जानकारी इनकम टैक्स व ईडी को देने का आदेश दिया है। अब तक अरैस्ट किए गए सभी साइबर क्राइमियों की पूरी जानकारी एकत्रित की जा रही है। कहा जा रहा है कि पूर्व में कई साइबर क्राइमियों की सूची इनकम टैक्स व ईडी को भेजी भी जा चुकी है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि इनकम टैक्स व ईडी कब इन क्राइमियों के यहां दबिश देती है।
अरैस्ट इल्जामियों में राजीव रंजन कुमार, प्रदुम कुमार, राजीव कुमार सिन्हा, सौरभ कुमार, सिकंरेट कुमार, विकास कुमार, रजनीकांत, आशीष कुमार, विजय कुमार यादव, मुकेश कुमार, नीतीश कुमार, कुन्दन कुमार, निखिल कुमार, राहुल कुमार, विक्की कुमार, रोभलाई कुमार, कमलेश कुमार, शैलेन्द्र प्रसाद, मनीष कुमार, रामानंद कुमार, गुलशन कुमार सिन्हा, सौरभ कुमार, चुन्नू कुमार, कन्हैया कुमार, आशुतोष कुमार, बलराम कुमार, प्यारे कुमार, राहुल कुमार, नितीश कुमार यादव, मुरारी कुमार, रौशन कुमार, प्रमेन्द्र कुमार, अभिमन्यु कुमार के नाम शामिल हैं।