जम्मू व कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिली सुरक्षा एक बार फिर घटा दी गई है. केंद्रशासित प्रदेश के प्रशासन ने श्रीनगर जिले के भीतर आवाजाही के दौरान अब पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिली जैमर और एंबुलेंस की सुविधा को हटाने का फैसला लिया है. इसके पहले फारूक अब्दुल्ला, अधीन नबी आजाद, उमर अब्दुल्ला और महबूबा निःशुल्की को मिले विशेष सुरक्षा समूह (एसएसजी) के सुरक्षा कवच को वापस ले लिया गया था.
अधिकारियों ने कहा कि अंतरजनपदीय आवाजाही के दौरान चारों पूर्व मुख्यमंत्रियों को जैमर और एम्बुलेंस की सुविधा मिलती रहेगी. फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को श्रीनगर की प्रसिद्ध हजरतबल दरगाह और दसगीर साब में प्रार्थना की, लेकिन वहां कोई एंबुलेंस या जैमर नहीं दिखा. जैमर सिग्नल को रोकने का कार्य करता है, ताकि आतंकवाद असरित क्षेत्रों में आईईडी जैसे विस्फोटक पदार्थों में रिमोट के जरिये दूर से विस्फोट नहीं किया जा सके.