महिला उत्पीडन की शिकायतो के निस्तारण के लिए पुलिस व प्रषासनिक अधिकारी बनाये एक व्हाट्स ऐप ग्रुप- उपाध्यक्ष महिला आयोग
मेरठ दर्पण मेरठ -उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह द्वारा सर्किट हाउस में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ महिला उत्पीड़न की शिकायतो के निस्तारण की समीक्षा की गयी। उन्होेने कहा कि महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतो को गंभीरतापूर्वक लेते हुये उनका गुणवत्तापरक व समय से निस्तारण सुनिष्चित करे। उन्होने कहा कि वन स्टाॅप सेन्टर की काउन्सलर की सेवाये थानों में काउंसलिंग के लिए ली जाये तथा संबंधित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी महिला उत्पीडन की शिकायतो के लिए एक व्हाट्स ऐप ग्रुप भी बनाये।
उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने आज सर्किट हाऊस में कोविड-19 महामारी के दौरान 31 अगस्त 2020 तक प्राप्त घरेलू हिंसा, महिला उत्पीड़न, साईबर क्राईम से संबंधित प्राप्त वादों के निस्तारण तथा रानी लक्ष्मी बाई महिला सम्मान कोष व महिलाओ से संबंधित अन्य योजनाओ की भी समीक्षा की। उन्होने कहा कि महिलाओं की सहायता हेतु आयोग द्वारा व्हाटस ऐप नम्बर 06306511708 जारी किया गया है। जिस पर वह अपनी समस्याएं भेज सकती है।
उन्होने कहा कि महिलाओं के मौलिक अधिकारों की रक्षा हेतु महिला आयोग का गठन किया गया है। महिलाएं हर मुसीबत का मुकाबला निड़रता व साहस से करें। उन्होने कहा कि महिला आयोग महिलाओं की समस्याओं के निस्तारण के लिए कटिबद्ध है। उन्होने कहा कि वन स्टाॅप सेन्टर की काउन्सलर की सेवाये थानों में घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीडन आदि शिकायतों में जिसमें काउंसलिंग की आवष्यकता होती है इनकी सेवाये ली जाये। साथ ही परिवार परामर्ष केन्द्र में भी उनकी सेवाये ली जाये।
उन्होने पुलिस अधिकारियो को निर्देषित किया कि वह महिला उत्पीडन की समस्याओ का नेचर आफ क्राईम जानकर व महिला हिंसा की शिकायतो को भी गंभीरतापूर्वक लेते हुये उसका तत्काल निस्तारण सुनिष्चित करे। उन्होने कहा कि महिला उत्पीडन से संबंधित लंबित प्रकरणों की एक रूपरेखा बनाकर उनका निस्तारण किया जाये। उन्होने कहा कि 181 सेवाये भी प्रभावी ढ़ग से कार्य करे तथा महिलाओं की शिकायते फोन पर सुनने के साथ-साथ उन्हे व्हाट्स ऐप पर भी मंगा सकते है तथा पीडित महिला से वीडियो काॅल से भी वार्ता कर सकते है।
उन्होने कहा कि महिला पुलिस अधिकारी, प्रोबेशन विभाग के अधिकारी, अन्य संबंधित प्रशासनिक अधिकारी महिला उत्पीडन की समस्याओं के निस्तारण के लिए एक व्हाट्स ऐप ग्रुप भी बनाये। उन्होने कहा कि जनपद के सभी थानों में महिला उत्पीडन व महिलाओं से संबंधित जितने भी वाद है उनकी भी निरंतर समीक्षा की जाये। उन्होने कहा कि दुष्कर्म के वाद में अगर किसी आधार पर आरोपी की जमानत हुयी है तो यह सुनिष्चित किया जाये कि वह पीडिता व उसके परिवार को परेशान तो नहीं कर रहा है।
इस अवसर पर एसीएम सुनीता सिंह, चन्द्रेष कुमार सिंह, सीओ पूनम सिरोही, महिला थानाध्यक्ष, उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी महेष कण्डवाल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।