मेरठ- शोभित विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बिजनेस स्टडीज विभाग द्वारा केंद्रीय बजट 2022 से विभिन्न हितधारकों की अपेक्षाओं” पर उपयोगी चर्चा का अयोजन किया गया। जिसमे विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्रों ने स्वास्थ्य, शिक्षा, कर व्यवस्था, कृषि और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों से संबंधित अपनी अपेक्षाओं और दृष्टिकोणों को साझा किया।
मुख्य रूप से चर्चा में शामिल विश्वविद्यालय के एमबीए के छात्रों ने सरकार से उम्मीद रखते हुए कहा कि सरकार को स्टार्टअप एवं एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए टैक्स में कटौती करने की आवश्यकता है और नव युवकों को उधमिता में लाने के लिए नई नई स्कीम देने की आवश्यकता है जिससे छात्र अपने पैरों पर खड़े हो सके और देश की इक्नॉमी में अपनी सहभागिता कर सकें।
कार्यक्रम में विशेषज्ञ के रूप में इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर डॉ स्वतंत्र सिंह चौहान मुख्य रूप से उपस्थित रहे उन्होंने छात्रों को बजट की बारीकियों को समझाया तथा किस प्रकार छात्र देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में सहायता कर सकते हैं उसके बारे में विस्तृत रूप से छात्रों के साथ अपने विचार साझा किए।कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजय राणा ने कहा कि अगर सरकार आने वाले बजट में शिक्षा को महत्व देगी तो निश्चित रूप से हमारे देश के छात्र और शिक्षण संस्थाएं उसका लाभ लेते हुए आगे बढ़ेंगे और देश के विश्वविद्यालय विश्व के विश्वविद्यालयों में अग्रणी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कार्यक्रम में सम्मिलित सभी छात्रों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में विभाग के निदेशक डॉ अशोक कुमार गुप्ता ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए सरकार द्वारा लगाए जाने विभिन्न प्रकार के कर (टैक्स) के बारे में विस्तृत रूप से छात्रों को बताया।कार्यक्रम का संचालन डॉ नेहा वशिष्ठ द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान
डॉ अभिषेक डबास एवं डॉ अभिमन्यु, द्वारा भी आगामी बजट २०२२ पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर डॉ अनुज गोयल, डॉ अंशु चौधरी डॉ नेहा यजुर्वेदी डॉ नेहा वशिष्ठ डॉ प्रीति गर्ग, नेहा त्यागी, देवयानी, गार्गी चौधरी आशीष धीमन एवं विश्वविद्यालय के छात्र मुख्य रूप से उपस्थित रहे।