शोभित इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी(डीम्ड टू बी )यूनिवर्सिटी मेरठ में, नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी के जन्मदिवस पर पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के तत्वाधान में राज्य स्तरीय यूथ पार्लियामेंट का आयोजन किया गया। राज्य स्तरीय आयोजित यूथ पार्लियामेंट में वाद विवाद प्रतियोगिता का विषय था पर्यावरण के अनुकूल संरक्षण उपायों को अपनाने में व्यक्तियों / परिवारों की भूमिका| जिसमें 40 से ज्यादा विश्वविद्यालय के छात्र, छात्राओं ने हिस्सा लिया ।विश्वविद्यालय के यूथ पार्लियामेंट की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना के साथ की गई |
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री कुंवर शेखर विजेंद्र ने कहा कि जब हम जल जमीन एवं जंगल का संरक्षण करते हैं तब कहीं जाकर जीवन मुमकिन हो पाता है इसलिए हमें अपने अपनी प्रकृति के संरक्षण का विशेष ख्याल रखना आवश्यक है। हालांकि पृथ्वी पानी से समृद्ध है, केवल एक प्रतिशत तरल ताजा पानी है, जिस रूप में हमें अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता की आवश्यकता होती है। इस तरल ताजे पानी की मांग बढ़ रही है, और कई वैज्ञानिकों को लगता है कि भविष्य में ताजे पानी की कमी प्रमुख होगी। अनुसंधान से पता चलता है कि 2025 तक भारत सहित कई अन्य देशों को पानी की गंभीर कमी का सामना करना पड़ेगा। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजय राणा ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को आशीर्वाद दिया एवं अपनी ओजस्वी बातों से प्रतिभागियों को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के द्वारा बताई गई बात तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा जैसे बातों को बता कर प्रेरित किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि गोपाल आर्य पर्यावरण संरक्षण के राष्ट्रीय संयोजक ने उपस्थित सभी लोगों से पर्यावरण के बारे में उनके संरक्षण के बारे में बहुत ही गंभीरता से सोचने और उसके ऊपर कार्य करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि प्रकृति में हो रहे बदलाव के कारण जहां ज्यादा बारिश होती थी वहां पर पीने के पानी की कमी होती जा रही है। अगर हम अभी भी नहीं जागे तो हम आने वाली पीढ़ी को क्या देंगे इसलिए हमें समय रहते जागरूक होना होगा ताकि हम आने वाली पीढ़ी को सुंदर स्वच्छ वातावरण दे पाएं।
शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो डॉक्टर रंजीत सिंह ने भी अपनी बातों को उपस्थित लोगों के बीच रखा एवं वहां उपस्थित व्यक्तियों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया।
डॉ एच पी सिंह जी( मेंबर संघ लोक सेवा आयोग) यूपी ने कहा की अगर प्रत्येक व्यक्ति अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में भी छोटे-छोटे प्रयास करके पर्यावरण को संरक्षित कर सकते हैं और यह छोटे-छोटे बदलाव ही बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के पर्यावरण संरक्षण के कार्यकारी प्रभारी डॉ उमेश शुक्ला ने भी पर्यावरण संरक्षण को लेकर सभी छात्रों को जागरूक किया
मंच संचालन का कार्य डॉ निशांत कुमार पाठक के द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम का आयोजन डॉ सुदीश कुमार शुक्ला (रीजनल नोडल ऑफिसर ) के द्वारा किया गया । उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान 40 विश्वविद्यालयों की टीमों से 15 छात्रों का चयन राष्ट्रीय स्तर के लिए किया गया है। शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के प्रोफेसर डॉ प्रशांत कुमार ने उपस्थित सभी व्यक्तियों एवं सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया| कार्यक्रम को सफल बनाने में अनूपमा चौधरी, स्वीटी, राजीव कुमार ने अहम भूमिका निभाया|