लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोनो वायरस महामारी के मामले में एक ट्रेंड देखने को मिल रहा है। यहां पर महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को कोरोना वायरस ज्यादा हो रहा है। यूपी स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े देखें तो कुल कोरोना वायरस प्रभावित लोगों में 70 फीसदी पुरुष हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो महिलाओं में पुरुषों की तुलना में ज्यादा इम्युनिटी होती है। महिलाओं की तुलना में पुरुष घर के बाहर ज्यादा निकलते हैं। इतना ही नहीं कोरोना वायरस के लिए बनाए गए प्रोटोकॉल तोड़ने में भी महिलाओं से आगे पुरुष ही हैं।
होम आइसोलेशन में ठीक हो गए 50 फीसदी मरीज
आंकड़े देखें तो ट्रेंड दिखाता है कि कोरोना संक्रमित 50 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में ही ठीक हो गए। आपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि यूपी में अभी 54,666 कोरोना के ऐक्टिव केसेस हैं, इनमें से 27,364 मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
अस्पतालों से ज्यादा मरीज होम आइसोलेशन में
होम आइसोलेशन वाले मरीजों का आंकड़ा सरकारी अस्पतालों और प्राइवेट में भर्ती मरीजों से कहीं ज्यादा है। प्राइवेट अस्पतालों में 2,463 मरीजों का इलाज चल रहा है। अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि जो लोग होम आइसोलेशन में रहते हैं उन्हें अपना स्टेट्स चेक करते रहना चाहिए। घर पर पल्स ऑक्सिमीटर और थर्मामीटर होना जरूरी है। घर पर अगर सुविधाएं नहीं हैं तो लोगों को परेशानी हो सकती है।
यूपी में रिकवरी रेट 74 फीसदी
अधिकारियों ने बताया कि यूपी में कोरोना मृत्युदर 1.51 है और रिकवरी रेट 74 फीसदी है। यूपी में 62,809 हेल्प डेस्क बनाई गई हैं। इन हेल्प डेस्कों में अब तक 7 लाख से ज्यादा लोगों में कोरोना वायरस की पहचान की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि अगस्त के महीने में सबसे ज्यादा कोरोना केस लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया और कुशीनगर जिले से सामने आए हैं।
यूपी में 16 हजार से ज्यादा कंटेनमेंट जोन
अपर मुख्य सचिव सूचना और गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 16,461 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इन कंटेनमेंट जोनों में 85.22 लाख लोगों को रखा गया है और यहां पर 40, 658 कोरोना के मामले हैं। सबसे ज्यादा कंटेनमेंट जोन प्रयागराज, बाराबंकी, कानपुर, वाराणसी, लखनऊ, गोरखपुर और बलिया में हैं।