मेरठ- मेरठ के दबथुवा में एक मंच पर जैसे ही अखिलेश और चौधरी जयंत आए सपा-रालोद के गठबंधन की गांठ और पक्की हो गई। दोनों नेताओं के निशाने पर भाजपा सरकार रही। मंच पर अंबेडकर और चरण सिंह की प्रतिमा के रूप में मौजूदगी यह साबित करने के लिए काफी थी कि गठबंधन के बाद भी इन दोनों के नाम पर वेस्ट फलह की कोशिश की जा रही है। रैली स्थल पर लगे कट आउट में अखिलेश यादव से बड़े दिखे जयंत चौधरी।
मेरठ के दबथुवा कस्बे में आज सपा—रालोद के गठबंधन पर उस समय पक्की राजनीति मोहर लगी जब दोनों पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक मंच पर आए। सपा और रालोद के गठबंधन के बाद आज मेरठ में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने पश्चिमी यूपी की जनता का मूड परखा। ऐसा पहली बार है जब दोनों दिग्गज नेता एकसाथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और एक साथ मंच को साझा किया। दोनों नेताओं ने रैली में उपस्थित समर्थकों का हाथ उठाकर स्वागत किया।
सरकार बनी तो बनेगा किसानों का स्मारक :
इसके बाद जयंत चौधरी ने कहा कि सरकार बनेगी तो सबसे पहले मेरठ में किसानों के लिए एक स्मारक हम बनाएंगे। जिससे शहीद किसानों की कुर्बानी याद रखी जाए। जयंत ने कहा कि योगी औरंगजेब पर बात शुरू करते हैं और अंत में पलायन पर आ जाते हैं। पेपर दिला नहीं पाते। मजबूर होकर नौजवान दूसरे प्रदेश जाकर नौकरी ढूंढते हैं, योगी जी को ये पलायन नहीं दिखता। बाबा जी को गु्स्सा भी बहुत आता है। कभी मु्स्कराते नहीं हैं।
किसान मामले में भाजपा को दाढ़ी मुंडवानी पड़ी और नाक कटवानी पड़ी :
जयंत ने कहा कि आज कल राजनीति में एक शब्द का प्रयोग बहुत होता है फायरब्रांड नेता… लेकिन ये फायरब्रांड नहीं हैं। एक साल किसानों का अपमान हुआ लेकिन भाजपा के किसी भी नेता की एक शब्द भी बोलने की हिम्मत नहीं हुई। ये फायरब्रांड कैसे हुए। उन्होंने कहा कि किसानों के मामले में भाजपा को दाढ़ी भी मुंडवानी पड़ी, नाक भी कटवानी पड़ी।
सधी हुई भाषण शैली से वेस्ट के मिजाज को परखा :
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अखिलेश यादव ने मंच से किसानों, नौजवानों, माताओं-बहनों का आभार व्यक्त करते हुए अपनी बात शुरू की। उन्होंने चौधरी चरण सिंह को याद करते हुए भाषण की शुरूआत करते हुए कहा कि मेरठ की क्रांतिकारी धरती ने चौधरी चरण सिंह जैसे लोगों को जन्म दिया। जिन्होंने किसानों और जनता के हित में काम किया। बाबा टिकैत को याद करते हुए कहा कि बाबा टिकैत ने इस क्रांतिकारी धरती के किसानों को जगाया। अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसा पहली बार है, जब मैं इतना बड़ा जनसैलाब देख रहा हूं। यह जनसैलाब बता रहा है कि इस बार भाजपा का सूरज डूबेगा। यह जनसैलाब बता रहा है कि ये जनता भाजपा को हमेशा के लिए पश्चिम से खदेड़ देगी। अखिलेश यादव ने मंच से जनता का अभिवादन किया और सभी पार्टी पदाधिकारियों का अभिवादन करते हुए अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में मंच पर नेता हैं और बड़ी संख्या में दोनों दलों के नेता व कार्यकर्ता दिख रहे हैं।