मेरठ। एमआईईटी में पांच दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का समापन किया गया। समापन कार्यक्रम में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पटना से डॉ जे.पी मौर्या ने बायो मेडिकल डिवाइसेज में नैनो मटेरियल से बने प्लासमोनिक बायोसेंसर के उपयोग के बारे में विस्तार से समझाया। चुंग एंग विश्वविद्यालय साउथ कोरिया से डॉ जितेंद्र बहादुर ने कार्बनिक एवं अकार्बनिक मेटल हैलाइड पेरोव्स्काइट्स आधारित सोलर सेल के व्यापक अनुप्रयोग विषय पर चर्चा की।
विभागध्यक्षा प्रो नेहा मित्तल ने कार्यक्रम समन्वयक डॉ मनमोहन सिंह एवं डॉ विक्रांत वार्ष्णेय का आभार व्यक्त किया। अपने संबोधन में कहा शिक्षकों एवं छात्रों के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग भविष्य में नवीनतम तकनीकों पर आधारित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रयासरत है। इस अवसर पर चेयरमैन विष्णु शरण, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, डीन एकेडमिक प्रो संतोष दास, डॉ सुबोध त्रिपाठी, नीरज जोशी आदि उपस्थित रहे।