मेरठ-श्रावण मास के दूसरे सोमवार को शिवालयों में शिवभक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। सुबह चार बजे से ही शिवालयों में अभिषेक की तैयारियां शुरू हो गई थी। मेरठ के प्रसिद्ध औघडनाथ मंदिर और सदर स्थित विल्वेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों की पांच बजे काफी लंबी लाइनें लग गई। शिवभक्तों ने भगवान शिव की पूजा कर देश और खुद को कोरोना की तीसरी लहर से मुक्ति की कामना की। मंदिरों में कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना की गई।
ज्योतिष के मुताबिक इस बार श्रावण मास के दूसरे सोमवार को नवमी तिथि होने के चलते सोमवार का महत्व और भी बढ़ गया है। आज ही के दिन कृत्तिका नक्षत्र भी लग रहा है। चंद्रमा वृषभ राशि में गोचर करेगा, जहां पर राहु पहले से ही विराजमान है। राहु और चंद्रमा से इस दिन ग्रहण योग का निर्माण हो रहा है जिससे इस सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होगी। शिवभक्तों ने आज सुबह-सुबह उठकर स्नान इत्यादी कर व्रत करने का संकल्प लिया। भगवान शिव पर गंगाजल से अभिषक किया। इसके साथ माता पार्वती और नंदी जी की भी पूजा की गई। कुछ शिवभक्तों ने भोलेनाथ पर पंचामृत से अभिषेक किया। बेलपत्र, भांग, धतूरा, चंदन, अक्षत चढ़ाया। इसके बाद शिवाष्टक या शिव चालीसा का पाठ किया।
काली पल्टन मंदिर में लगी शिवभक्तों की कतारें
सावन के दूसरे सोमवार को छावनी स्थित काली पल्टन मंदिर में शिवभक्तों की कतारें लगी रही। मंदिर समिति ने सुबह पांच बजे ही मंदिर के कपाट खोल दिए थे लेकिन पट खुलने के पहले से ही लोगों की भीड़ मंदिर के बाहर एकत्र हो गई थी। मंदिर के कपाट खुलते ही लोग शिव के दर्शन के लिए लाइन में लगे और पारंपरागत तरीके से शिव की पूजा-अर्चना की।