मेरठ गंगानगर निवासी डॉ अभिषेक डबास ने बताया कि जहां एक तरफ लोग कोरोना के चलते घरों में कैद है। वही इस समय को चुनौती के रूप में लेते हुए गंगा नगर ए ब्लॉक पानी की टंकी वाले पार्क के चारों तरफ रह रहे लोगों ने एक साथ संगठित होकर अपने घर के सामने स्थित बड़े पार्क का जीर्णोद्धार करने का बीड़ा उठाया। जिसके चलते पार्क के चारों तरफ रह रहे लोगों ने संगठित होकर खुद ही पार्क में श्रमदान करना शुरू कर दिया और एक दूसरे के सहयोग से पार्क को साफ कर उसमें मोरपंखी, फाइकश, गुलाब,शमी, बोगनवेलिया, कनेर, परिजात, आदि के पौधे नर्सरी से खरीदकर पार्क का सौंदर्यीकरण किया। पिछले 4 महीनों से सभी लोग एक साथ मिलकर सुबह-शाम पार्क में अपना सहयोग देते हैं। उसी के साथ साथ सभी लोगों ने प्रत्येक घर से 100-100 रुपए इकट्ठा करके पार्क के रखरखाव के लिए माली भी लगा लिया है। जो प्रत्येक दिन पार्क को साफ रखता है।अब यह पार्क पिछले 4 से 5 महीनों की मेहनत के बाद एक सुंदर पार्क के रूप में तैयार हो गया है। हम मेरठ नगर आयुक्त से आग्रह करते हैं कि वह इस पार्क में बच्चों के खेलने के लिए कुछ झूले एवं बुजुर्ग लोगों के बैठने के लिए बेंच लगवा दे और जिस प्रकार गंगानगर के दो अन्य पार्को के सौंदर्यीकरण के लिए धन आवंटित किया गया है उसी प्रकार हमारे पार्क के लिए भी कुछ धन आवंटित किया जाए। हमारा शहर 10 प्रमुख गंदे शहरों में गिना जा रहा है। वहीं इससे एकदम विपरीत गंगानगर के ए ब्लॉक निवासी अपने आसपास सफाई का विशेष ध्यान रखते हुए अपने सामने स्थित गंदे पार्क को बिना किसी सरकारी सहायता के स्वच्छ रख रहे हैं। लेकिन आज भी कुछ समस्याएं सामने आ रही हैं जिसमें पार्क का कूड़ा निस्तारण प्रमुख है क्योंकि पार्क में प्रत्येक दिन काफी कूड़ा निकलता है जिसे एक कोने में इकट्ठा किया जाता है। लेकिन उस कूड़े को उठाने में समस्या आ रही है कई बार नगर निगम को इस समस्या से अवगत कराया गया है लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया है। हम प्रशासन से आग्रह करते हैं कि वह पार्क के कूड़े का निस्तारण करने के लिए कोई उचित व्यवस्था करें। इस चुनौती को पूरा करने में सेवाराम डबास, सतवीर सिंह मलिक, वीएस यादव, अनिल सिंह एडवोकेट, योगेंद्र सिंह वर्मा, अनुज सक्सेना, कैप्टन सुनील, कर्नल सुशील जैन, अनूप सक्सेना, पीके वर्मा, दीपक यादव, आर के शुक्ला, रामेंद्र, सरोज मलिक, ओम सिंह, यशपाल सिंह, रामचंद्र वैश्य आदि का विशेष सहयोग रहा।