मेरठ-नई सड़क नानू कंपाउंड में स्थित शिव मंदिर तोड़कर जमीन पर कब्जा करने का विवाद रंगदारी तक पहुंच गया। पुलिस ने सम्राट स्वीट्स के मालिक की तहरीर पर भाजपा के वर्तमान पार्षद, पूर्व पार्षद व मंदिर के पुजारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इंस्पेक्टर ने पार्षद व पूर्व पार्षद को चाय पिलाने के बहाने थाने बुलाकर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
शास्त्रीनगर के सेक्टर दो निवासी भाजपा पार्षद वीरेंद्र शर्मा उर्फ बिल्लू, पूर्व पार्षद सतीश गर्ग और नानू कंपाउंड स्थित शिव मंदिर के पुजारी महादेव के खिलाफ नौ जुलाई को सम्राट स्वीट्स के मालिक विवेक शर्मा ने मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि तीनों ने मिलकर मंदिर के मीटर को आग लगा दी। उनकी मंशा आग से मंदिर की संपत्ति को जलाना थी। इसकी वीडियो भी पुलिस के सामने पेश की गई। साथ ही आरोप था कि मंदिर की हिस्सेदारी से पार्षद व पूर्व पार्षद बीस लाख की रकम विवेक शर्मा से मांग रहे थे। पुलिस ने मंदिर की संपत्ति क्षतिग्रस्त करने, कानून व्यवस्था को प्रभावित करने और रंगदारी मांगने की धारा में मुकदमा दर्ज किया था। इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा ने बताया कि जिस दिन उक्त तीनों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया था। उस दिन मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ शहर में आए हुए थे। उनकी मंशा मंदिर को आग लगा गढ़ रोड पर विरोध प्रदर्शन कर कानून व्यवस्था प्रभावित करने की थी। साथ ही मंदिर की जमीन में विवेक शर्मा से बीस लाख की हिस्सेदारी मांग रहे थे। साक्ष्य जुटाने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि सम्राट स्वीट्स मालिकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज है। उन्हें भी जेल भेजा जाएगा।
इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा ने शनिवार को पार्षद वीरेंद्र उर्फ बिल्लू व पूर्व पार्षद सतीश गर्ग को चाय पिलाने के बहाने से थाने बुलाया। दोनों को पहले चाय पिलाई। उसके बाद हथकड़ी लगाकर कोर्ट में पेश कर दिया। इसकी जानकारी बाकी पार्षद और स्वजन को लगी, तो उन्होंने थाने से लेकर कचहरी तक हंगामा किया। उनका आरोप था कि पुलिस ने सम्राट स्वीट्स के मालिक के दबाव में आकर दोनों को जेल भेजा है। एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि पूरे मामले में निष्पक्ष विवेचना करने के बाद दोनों को जेल भेजा है। उनके खिलाफ वीडियो के अलावा भी साक्ष्य मौजूद है।