मेरठ- क्लब निदेशक आयुष और पीयूष गोयल ने बताया जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।
कृषि उत्पादन आयुक्त उत्तर प्रदेश सरकार आलोक सिन्हा ने बताया प्रकृति हमारी विरासत है प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग सोच समझ कर करना चाहिए । हमारे देश में जनसंख्या बहुत ज्यादा है और जो प्राकृतिक संसाधन है वह लिमिटेड हैं। हमें इन रिसोर्सेज का इस्तेमाल बहुत सोच समझ कर करना है। पानी का मुख्य उपयोग खेती में किया जाता है पानी कितना और कैसे इस्तेमाल किया जाना है इसके बारे में पर्याप्त जानकारी किसानों को दी जानी होगी। कृषि के क्षेत्र में जल का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।वृक्षारोपण बहुत बड़े पैमाने पर सरकार द्वारा किया जा रहा है। किस प्रकार के वृक्ष किस जगह पर लगाए जाएं यह चिन्हित करना आवश्यक होगा। हमें वातावरण और जलवायु के अनुकूल पेड़ पौधे लगाने चाहिए जिससे उनका उचित विकास हो सके। बच्चों में जागरूकता लानी अति आवश्यक है। स्कूल के स्तर से ही जागरूकता के कार्यक्रम शहर के स्कूलों में ही नहीं गांव देहात में भी बच्चों को जागरूक करना बेहद जरूरी है।
पदम श्री पदम भूषण पर्यावरणविद डॉ अनिल प्रकाश जोशी ने बताया यदि हमें पर्यावरण बचाना है तो वृक्षों का कटान बंद करना होगा। सन 2000 के बाद हिमखंड लगातार पिंघल रहे हैं जिस कारण जल का दोहन हो रहा है। विकास के नाम पर हमें प्राकृतिक संसाधनों के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। जल जंगल जमीन सीमित मात्रा में है हमें उनका प्रयोग सोच समझकर करना चाहिए।
क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ राजीव गुप्ता ने बताया कि कई जगह हम लापरवाही के कारण जल को बर्बाद करते हैं , प्रकृति की यह अनमोल देन है यदि जल नही तो जीवन की कल्पना भी नहीं होगी।
डॉ अनिता मलिक ने बताया कि पानी की निकासी और पानी के उपयोग का ग्राफ बहुत गति से बढ़ रहा है और जनसंख्या भी तीव्र गति से बढ़ रही है जिस वजह से जो जल संसाधन वर्ष 1950 के हिसाब से है, आज के परिपेक्ष में जल संसाधन का संकट बहुत अधिक दिखाई दे रहा है और आने वाले समय में यह अंतराल बढ़ता ही जाएगा इसलिए इस समस्या का समाधान जल प्रबंधन ही है।
विपुल सिंघल ने किसानों से रसायन रहित खेती करने के लिए कहा।
कार्यक्रम के अंत में आलोक सिन्हा एव अनिल जोशी द्वारा आयुष पीयूष की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए कहा कि सेरेब्रल पाल्सी नामक असाध्य रोग से ग्रसित होने के बावजूद भी समाज के लिए उनके द्वारा किए जा रहे कार्य और लोगों के लिए प्रेरणादायक हैं एवं हमें उनसे सीख लेते हुए समाज को कुछ ना कुछ अपनी ओर से देने का प्रयास करना चाहिए।
इस वेबिनार में अरुण वशिष्ट,विशाल जैन, एस के शर्मा, विपुल सिंघल, अंकुश चौधरी, रामनाथ गौतम, आकाश मांगलिक, नीरा तोमर ,लक्ष्मी शर्मा ,कृष्ण ढाका ,डॉ विनीत , करुणेश वर्मा,सुरेंद्र मोहन सिंह, अमित अग्रवाल ,विभा नागर, अमित नागर, प्रिंस अग्रवाल वरुण मित्तल ,शोभित अग्रवाल नितिन बंसल,आदि उपस्थित रहे।