मेरठ किठौर।मयंक अग्रवाल
कोरोना वायरस की चैन तोड़ने के लिये प्रदेश में 31 मई तक लॉकडाउन किया गया है।लेकिन इस लॉकडाउन में सबसे बड़ी मददगार खाकी बनी है।पुलिस लोगों की मदद के लिये मैदान में है।पुलिसकर्मी लॉकडाउन में ड्यूटी के साथ ही इंसानियत का फर्ज भी निभा रहे है।उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के किठौर कोतवाली पुलिस ने एक इंसानियत की मिसाल पेश की है।यहां क्षेत्र के कस्बा शाहजहांपुर में चार दिन पूर्व तालाब में गिरकर हुई वृद्धा की मौत व पीएम के 72 घन्टे बीत जाने के बाद जहा लोग कोरोना महामारी के चलते अपनों का अंतिम संस्कार करने से बच रहे है।वही किठौर थाने में तैनात कांस्टेबल सुमित गंगवार ने खाकी का फर्ज निभाते हुए मेरठ के सूरजकुंड श्मशान स्थल पर वृद्धा के शव का विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया।इस दौरान महिला कांस्टेबल शीतल मौजूद रही।
कांस्टेबल सुमित गंगवार ने खास बातचीत में बताया कि पुलिस ड्यूटी के साथ साथ अपना फर्ज भी निभाती है।जनता के अंदर पुलिस को लेकर जो नजरिया है।उसका बदलना चाहिए।
……यह था पूरा मामला
दरअसल कई दिन पूर्व किठौर थाना क्षेत्र के कस्बा शाहजहांपुर में मेरठ गढ़ मार्ग स्थित तालाब में गिरकर एक वृद्धा की मौत हो गई।पुलिस के काफी प्रयास के बाद भी मृतका के शव की शिनाख्त नही हो सकी थी।