दिल्ली। दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में सागर पहलवान हत्याकांड में पुलिस को चकमा देकर कई दिनों से फरार चल रहे मुख्य आरोपी ओलंपियन सुशील कुमार आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्यारोपी पहलवान सुशील कुमार की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी किया था। वहीं उस पर एक लाख का इनाम भी घोषित था। हत्या के मामले में आरोपी पहलवान सुशील कुमार को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। यूपी के मेरठ टोल प्लाजा पर उन्हे कुछ दिन पहले देखा गया था। जिसके बाद से पंजाब के भटिंडा,मोहाली समेत कई राज्यों में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई। हालांकि कल से ये अफवाह उड़ने लगी कि सुशील कुमार को पंजाब से अरेस्ट कर लिया गया है।
बता दे बीते कुछ दिनों पहले छत्रसाल स्टेडियम में दो पहलवानों के बीच झड़प हो गई थी, जिसमें पहलवान सागर की हत्या कर दी गई। इस झड़प में कई लोग घायल हो गए थे। इस मामले में सुशील कुमार का भी नाम सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, यह झगड़ा एक फ्लैट को लेकर हुआ। बताया जा रहा है कि पहलवान सागर जिस फ्लैट में अपने दोस्तों के साथ रहते थे, उस फ्लैट को सुशील खाली करवाना चाहते थे, जिसके लिए सुशील उन पर दबाव बना रहा था। इसी मसले पर छत्रसाल स्टेडियम में देर रात दोनों गुटों के बीच झड़प हुई, जिसमें 5 पहलवान घायल हुए थे। बाद में इलाज के दौरान सागर पहलवान की मौत हो गई।
हत्या काण्ड में वान्छित सुशील कुमार से छिप रहा था और फरार हो गया था। पीड़ित पक्ष ने सुशील और उनके साथियों पर केस दर्ज कराया, जिसके बाद से दिल्ली पुलिस को सुशील की तलाश थी। इसे लेकर लगातार छापेमारी की गई, लेकिन वे पुलिस के हाथ नहीं लग पाया। इस बीच सुशील का एक बयान भी सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा कि “उस दिन वे हमारे साथी नहीं थे, यह घटना देर रात को हुई। इस मामले के लिए हमने खुद पुलिस अधिकारियों को सूचित किया है कि कुछ अज्ञात लोग हमारे परिसर में कूद गए और झगड़ा कर रहे हैं। इस घटना के साथ हमारे स्टेडियम का कोई संबंध नहीं है।’
सवाल उठता है कि अगर सुशील बेकसूर हैं तो वह छिपे हुए क्यों थे? अगर उन्होनें पुलिस में खुद शिकायत की है तो पुलिस ने उनके खिलाफ ही लुक आउट नोटिस और तलाश में इनाम क्यों घोषित किया? सुशील क्यों पुलिस के सामने आकर मामले पर पूरी बात नहीं कर रहे थे ? आखिर क्यों वो कानून से डर रहे है। खबर ये भी है कि पुलिस ने सागर गुट के दो घायल साथियों के बयान दर्ज किए हैं। इन दोनों ने भी सुशील कुमार नाम लिया है।