मेरठ- टै्निंग एवं प्लेसमैंट विभाग द्वारा रूद्रा ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन्स की सभी यूनिटों के विद्यार्थियों के लिए एक वेबीनार का आयोजन किया। जिसमें शन्ति निकेतन ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन्स, मोहिद्दीनपुर, विनायक विद्यापीठ, मोदीपुरम, रूद्रा इंस्टीटयूट ऑफ टैक्नोलोजी, मवाना एवं नानपुर के एमबीए, बीबीए, एम0काॅम एवं बी0काॅम के विद्यार्थियों के साथ-साथ विभागाध्यक्ष एवं फैक्लटी मैम्बर्स ने भी हिस्सा लिया। वेबीनार में वक्ता के रूप में रोहिनी दिल्ली के चार्टड एकाउंटैंट मनीष कुमार जैन उपस्थित हुए और उन्होने जीएसटी विषय पर विद्यार्थियों को जानकारी दी। जिसमें उन्होने बताया कि जीएसटी क्या होता है, यह भारत में कब और किसने लागू किया। जीएसटी कितने प्रकार का होता है, उन्होने जीएसटी के तीनो प्रकारों – सीजीएसटी, एसजीएसटी और आईजीएसटी, की विस्तृत जानकारी दी। उन्होने जीएसटी के अन्तर्गत निर्धारत चार दरों 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत के बारे में बताते हुए किस आइटम पर कितने प्रतिशत जीएसटी लगाया जाता है और कौन-कौन से आईटम्स पर जीएसटी नही लगाया जाता बताया। उन्होने जीएसटी की रिर्टन कब और कैसे और कौन जीएसटी की रिर्टन भर सकता है के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया। इस वेबिनार का नेतृत्व ग्रुप के ट्रेनिंग एवं प्लेसमैंट आफिसर प्रवीन शर्मा द्वारा किया गया ।
इस वेबीनार के लिए शांति निकेतन ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन्स की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डा0 उर्मिला मोरल, विनायक विद्यापीठ के डायरेक्टर इं0 विकास कुमार, रूद्रा इंस्टीटयूट ऑफ टैक्नोलोजी, मवाना की प्राचार्या डा0 अनुप्रीता शर्मा एवं रूद्रा इंस्टीटयूट ऑफ टैक्नोलोजी, नानपुर की प्राचार्या रूचिका गुप्ता ने सीए मनीश कुमार जैन का, अपना बहूमूल्य समय देकर विद्यार्थियों को जीएसटी के सम्बन्धित जानकारी देने के लिए धन्यवाद किया। डा0 मोरल ने अपने एक मैसेज में कहा कि यदि आपमें कुछ पाने की इच्छा है तो आप अवश्य ही उस इच्छा की पूर्ति कर पायेगें अन्यथा नही। उन्होने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहाकि आप खुद से एक जिद करो और उसको पूरा करने में दिन रात एक कर दो सफलता आपके कदम चूमेगी । डा0 अनुप्रीता शर्मा ने एक वेबीनार के लिए ट्रेनिंग एवं प्लेसमैंट विभाग की सराहना की और कहा कि रूद्रा ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन अपने सभी संस्थानों के लिए इस प्रकार की वेबीनार कराता रहता है जिससे विद्यार्थियों की जानकारी बढती है और उन्हें भविष्य में इसका फायदा होता है। वही रूचिका गुप्ता ने कहा कि जीएसटी अपने आप में एक एैसा शब्द है कि जिसकी जितनी ज्यादा जानकारी होगी उतना ही कम है। उन्होने कहा कि आज के समय में जीएसटी की जानकारी हर व्यक्ति को होनी चाहिए।