एनवायरमेंट क्लब की ओर से विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर “अर्थ डे सम्मिट 2021” का आयोजन ऑनलाइन रूप से किया गया, जिसका विषय जल संरक्षण रहा। कार्यक्रम की संचालिका इशिका खत्री ने क्लब के द्वारा चलाई जा रही पानी की बात मुहिम के बारे में सभी को बताया और सभी को जल योद्धाओं से रूबरू कराया। सम्मिट की शुरुआत क्लब के उपाध्यक्ष गोविंद शर्मा ने स्वागत भाषण देकर की। इसके बाद शुभारंभ हुआ अर्थ डे सम्मिट 2021 का, जिसमें सबसे पहले बतौर वक्ता गौतमबुध नगर के व पौंड मैन ऑफ इंडिया के नाम से जाने वाले रामवीर तंवर ने कहा कि आज गांव गांव तालाब और जोहड़ खत्म होते जा रहे हैं, जो कि अच्छी बात नहीं है। अगर हम इन तालाबों और जोहड़ो को संरक्षित करने का बीड़ा उठा ले तो लगातार गिरते जलस्तर में तेजी से वृद्धि होगी। बतौर वक्ता बुंदेलखंड का जखनी गांव जो कि देश का पहला जल ग्राम है, जिसे भारत के नीति आयोग ने आधिकारिक रूप से भारत का पहला ऐसा गांव घोषित किया है, जहां पानी की कोई कमी नहीं है के विकास पुरुष उमाशंकर पांडे ने अपने कार्यों से अवगत कराया और उन्होंने बताया कि किस तरह हम पारंपरिक तरीकों से जल का संचयन कर सकते हैं। सम्मिट में बतौर तीसरे वक्ता जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से वाटर हीरो अवार्ड से सम्मानित व युवा पर्यावरणविद् सावन कन्नौजिया ने कहा कि आज का युवा अपने स्मार्टफोन की दुनिया में इतना व्यस्त हो गया है, कि उसे जल संकट जैसे गंभीर विषय पर सोचने का समय ही नहीं मिलता। आज यह बहुत जरूरी है कि देश का युवा जल संरक्षण हेतु आगे आए और खुद तो पानी बचाए ही लेकिन साथ में अन्य लोगों को भी पानी की हर बूंद बचाने के लिए प्रेरित करें। सम्मिट में चौथे वक्ता राजस्थान के राजसमंद जिले के पिपलांत्री गांव के ग्राम प्रधान पद्मश्री श्याम सुंदर पालीवाल ने कहा कि हमने सबसे पहले अपने गांव वालों को जागरूक किया और जो भूमियों पर अतिक्रमण हुआ था, उन्हें अतिक्रमण मुक्त कराकर वहां तालाब खुदवाए, जोहड़ बनवाए और वहां वृक्षारोपण किया, जिससे कि गांव में पानी की समस्या जड़ से खत्म हो गई। उन्होंने बताया कि उनका पिपलांत्री गांव आज ना केवल भारत के लिए अपितु पूरे विश्व के लिए एक आदर्श ग्राम है, जिसमें देशभर से कई ग्राम प्रधान आते हैं और देखते हैं कि कैसे हमारे गांववासी मिलकर जल संरक्षण कर रहे हैं और यहां पानी की समस्या से डटकर लड़ रहे हैं। आखरी वक्ता के तौर पर बुंदेलखंड के जल पुरुष संजय सिंह ने कहा कि हमने अपने गांव में जल संरक्षण हेतु महिलाओं को आगे किया, नारी सशक्तिकरण का नारा देते हुए हमने महिलाओं को जल सहेली का नाम दिया और उनसे जल संरक्षण हेतु गांव में कार्य कराया। उन्होंने बताया कि गांव की ही एक युवा जल सहेली बबीता के नेतृत्व में गांव की अनगिनत जल सहेलियों ने बुंदेलखंड के एक पहाड़ को काटकर नहर बनाई और फिर उस नहर को बहुत बड़े तालाब से जोड़ा, जिससे उनके गांव में होने वाली पानी की किल्लत से उन्हें निजात मिल गई। वर्तमान में संजय सिंह ‘जल जन जोड़ो’ अभियान के तहत बुंदेलखंड के हजारों गांव में पानी पंचायत करके, लोगों को वर्षाजल संचयन व पानी को बचाने के लिए लगातार जागरुक कर रहे हैं। सम्मिट के समापन में लियो क्लब दिल्ली विश्वविद्यालय की अध्यक्षा मानसी अग्रवाल व समेरीटन्स ऑल अराउंड के अमन ने अपने विचार रखे और कहा कि एनवायरमेंट क्लब का यह सम्मिट हम युवाओं के लिए बहुत ही उपयोगी रहा, जिसमें हमें देश के जल योद्धाओं को सुनने को मिला और जल संरक्षण की कई नवीन जानकारी हमें प्राप्त हुई। इस मौके पर क्लब के संस्थापक सावन कनौजिया ने अंत में धन्यवाद ज्ञापन दिया व यह भी बताया कि इस पूरे सम्मिट को क्लब के यूट्यूब चैनल पर भी लाइव प्रसारित किया गया और जो सम्मिट में किन्ही कारणों से नहीं जुड़ पाए वें यूट्यूब चैनल पर जाकर जल योद्धाओं की कहानी को सुन सकते हैं। साथ ही उन्होंने सभी जल योद्धाओं का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने आज पृथ्वी दिवस पर हम सभी को प्रेरित किया अपनी कहानी बताई और सावन ने कहा कि आज हमें पृथ्वी दिवस पर यह संकल्प कर लेना चाहिए कि हम पृथ्वी को बचाने के लिए अपने हर संभव प्रयास करेंगे और इसके लिए सबसे पहले युवाओं का आगे आना अति आवश्यक है।
अर्थ डे सम्मिट को सफलतापूर्वक आयोजित करने में क्लब के संस्थापक – सावन कनौजिया, सार्थक पाराशर, गोविंद शर्मा, इशिका खत्री, मानसी, अमन अग्रवाल, पुनीत जैन, स्वाति का मुख्य सहयोग रहा।