मेरठ। कोरोना ने जिस तरह से तेज गति पकड़ी हुई है। अगर यहीं हालात रहे तो प्रदेश में जल्द ही नाइट कर्फ्यू लग सकता है। बात मेरठ की करें तो मेरठ में ही अब तक 70 प्रतिशत अधिक की गति से कोरोना बढ़ रहा है। पिछले दो दिनों में कोरोना के करीब 70 से अधिक मरीज मिल चुके हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने जिले के कोविड-19 अस्पतालों को फिर से पूरी तैयारी के साथ कोरोना संक्रमण से लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा है।
बता दे कि महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, मध्य प्रदेश व राजस्थान के बाद प्रदेश में कोरोना वायरस गति पकड़ चुका है। मेरठ और राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के दर्जनों जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ रही है। इसी संक्रमण के मददेनजर अब ये माना जा रहा है कि सरकार भी अप्रैल से नाइट कर्फ्यू लगाने पर विचार कर रही है। होली हो जाने के बाद अब नवरात्र की तैयारी में लोग जुट गए हैं। नवरात्र पर मंदिरों में जबरदस्त भीड़ जुटती है। ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। वहीं पंचायत चुनाव को लेकर हाईअलर्ट घोषित किया है। माना जा रहा है कि सरकार अप्रैल के पहले हफ्ते से प्रदेश में नाइट कर्फ्यू भी लगा सकती है। सरकार ने इसको लेकर मंथन करना शुरू कर दिया है। होली के पर्व के बाद आज से जांच के साथ कांटेक्ट ट्रेसिंग बढ़ा दी गई है। जिलों में कोविड अस्पतालों की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है।
जिलाधिकारी के बालाजी ने बताया कि कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते नए संक्रमण से फिर लडऩे की तैयारी है। उन्होंने बताया कि अभी अप्रैल के पहले हफ्ते से नाइट कर्फ्यू लगाने जैसा कोई विचार नहीं है। शासन से इस बावत कोई आदेश नहीं आया है। होली के अवकाश के कारण सरकार के आदेशों पर 31 मार्च तक सभी स्कूल और कॉलेज बंद किए गए हैं।
अफ्रीकी स्ट्रेन मिलने से मेरठ में अलर्ट: आगरा तथा मथुरा से लखनऊ भेजे गए संक्रमितों के सैंपल में कोरोना का अफ्रीकी स्ट्रेन मिलने के बाद मेरठ में अलर्ट किया गया है। बता दे कि ब्रिटेन से आए स्ट्रैन के सबसे अधिक केस मेरठ में ही पाए गए थे। अब ब्रज क्षेत्र में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की दस्तक से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। विदेश से आने वाले हर व्यक्ति की जांच हो रही है और स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके संपर्क में
हैं।