विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर संवाद फाउंडेशन के द्वारा पक्षियों के लिए घरौंदे बना कर उनकी संरक्षण की दिशा में कार्य किया गया। इस अवसर पर संवाद फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रशांत कौशिक ने कहा कि गौरय्या हम सभी के जीवन का एक अहम हिस्सा है लेकिन बढ़ते प्रदूषण से इनकी संख्या में बहुत गिरावट आ गई है, आज आवश्यकता है कि पक्षियों को संरक्षण दिया जाए, इसी सन्दर्भ में संवाद फाउंडेशन इसके लिए जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन निरन्तर करेगा। संवाद फाउंडेशन की निदेशक सीमा कौशिक ने कहा कि पक्षियों का कोलाहल मधुर संगीत की भांति सभी के मन को प्रसन्न करता है लेकिन पेड़, पौधों की जगह इमारतों के निर्माण से पक्षियों के जीवन पर खतरा बढ़ गया है जिससे अब पक्षियों का वह कोलाहल सुनाई नहीं देता है जो पहले सुबह शाम सभी सुनते थे। संवाद फाउंडेशन की सम्पदा ने कहा कि पक्षियों के साथ से ही प्रकृति सुन्दर लगती है क्योंकि ईश्वर ने जिस सृष्टि की रचना की है उसमें पक्षियों की भागीदारी बहुत जरूरी है, इसलिए हम सभी को उनके जीवन की रक्षा के लिए संकल्प करना चाहिए। वत्सल ने सभी से अपील करते हुए कहा कि पक्षियों के लिए दाना, पानी छतों पर रखें, जिससे वह भूखे ना रहे। तुषार ने कहा कि पक्षियों के साथ समय बिताना सबसे अच्छा होता है क्योंकि वह बिना किसी भेदभाव के एक साथ रहते हैं। प्रजन्नय ने कहा कि पक्षियों की रक्षा सभी को करनी चाहिए।
इस अवसर पर प्रशांत कौशिक, सीमा कौशिक, शिवम, सम्पदा, तुषार, वत्सल, प्रजन्नय, लव सभी ने शपथ लेकर पक्षियों के संरक्षण की दिशा में कार्य करने की बात कही।