बरनावा लाक्षागृह पर चतुर्वेद महायज्ञ का पांचवा दिन
बिनौली: बरनावा के लाक्षागृह स्थित श्री महानंद संस्कृत विद्यालय में चल रहे विश्व कल्याण चतुर्वेद परायण महायज्ञ के पांचवे दिन गुरुवार को वैदिक विद्वान मायाप्रकाश त्यागी ने कहा कि जीवन मे श्रेष्ठ कर्म करने वाले मनुष्य का जीवन सुखमय रहता है।
सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के कोषाध्यक्ष मायाप्रकाश त्यागी ने वेदोपदेश देते हुए कहा कि श्रेष्ठ कर्म, सत्य और पुरुषार्थ को आत्मसात करने वाले मनुष्य का कल्याण होता है। हमे जीवन मे योग को आत्मसात कर समता को धारण करना चाहिए। जिससे जीवन मे संतुलन बना रहता है। यज्ञ के ब्रह्मा गुरुवचन शास्त्री, योग महाविद्यालय भायला संरक्षक राजपाल सिंह, स्वामी सत्यवेश, अरविंद शास्त्री, सोमदत्त भारद्वाज, अंकुर भारद्वाज ने भी वेदोपदेश दिया। डॉ. प्राची आर्या, डॉ. अनिल चौहान, संजीव आर्य, सुमन चौहान, यशोधर्मा सोलंकी, वीरसिंह, धनपाल प्रधान, साधना सोलंकी, सुनील शास्त्री, मूलचंद, विजय कुमार, जेपी त्यागी, शिवकुमार, नीरज त्यागी, मोहित शास्त्री आदि मौजूद रहे।