मेरठ देश में कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन इसके साथ ही हाल के दौर में कैंसर चिकित्सा विज्ञान में कई तरह की प्रगति भी हुई है। बुधवार को मैक्स हाॅस्पिटल पटपड़गंज नई दिल्ली में कैंसर चिकित्सा विज्ञान में हुई हालिया प्रगति पर एक संवाद सत्र का आयोजन किया गया। जिसमें मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज में ऑन्कोलाॅजी की वरिष्ठ निदेशक डॉ.मीनू वालिया ने मेरठ के 2 मरीजों के सफल इलाज का जिक्र करते हुए कैंसर के प्रति जागरूकता और सही समय पर डायग्नोसिस की जरूरत के महत्व पर जोर दिया ताकि मरीज स्वस्थ जीवन जी सकें। डॉ.मीनू वालिया ने बताया कि 43 वर्षीय डॉ.रियाज़ अहमद को इंटेस्टाइनल लिंफोमा डायग्नोस हुआ था। उन्हें पेट में असहाय दर्द था और 3 महीने में उनका करीब 8 किलो वजन घटा। जिसके बाद मरीज की गंभीरता से जांच हुई तो पता चला कि पेट में पेड़ू के दाहिने हिस्से के सॉफ्ट टिश्यू में एक बड़ा ट्यूमर बन गया है। डॉक्टर के अनुसार मरीज का इलाज समय पर ना किया जाता तो उनकी जान भी जा सकती थी। इसलिए उन्हें तत्काल कीमोथेरेपी कराने की सलाह दी गई। चार कीमोथेरेपी कराने के बाद जब ट्यूमर का आकार कम हुआ तो उसकी दो बार और कीमोथेरेपी कराई गई। अब डाॅ.रियाज की बीमारी बहुत हद तक कम हो गई है और उनकी सामान्य स्थिति भी अच्छी हो गई है। इसके अलावा दूसरे मरीज योगिता अग्रवाल के बाएं ब्रेस्ट में कैंसर का सफल इलाज किया गया और अब वह स्वस्थ है।
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